धर्म सिवनी

कन्याओं को माता-पिता के त्याग, भाई के प्रेम को नही छोड़ना चाहिए : नवीन दुबे

सिवनी/केवलारी। दिनांक 22 दिसंबर 2021 से 29 दिसंबर 2021 तक चल चल रही श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिवस भगवान श्री कृष्ण का जन्म बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। धर्म रक्षा सेना के तत्वावधान में कोविड-19 कोरोना वायरस सेअप्रैल मई के महीने में मृत हुए लोगों की आत्मा शांति के लिए नगर के बस स्टैंड ग्राउंड में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन पंडित नवीन दुबे के मुखारविंदो से उच्चारित भगवान श्री कृष्ण की भगवदगीता का प्रवाह के चौथे दिवस आज भगवान श्री कृष्ण ने जन्म लिया।

कथा व्यासपीठाधिपति पंडित नवीन दुबे ने संक्षेप रामायण के वर्णन के साथ रेवती बलराम विवाह की कथा का सुंदर बर्णन किया। विवाह संस्कार को लेकर उन्होंने कहा कि पहले माता-पिता की आज्ञा के बिना कन्या शादी नही करती थी, लेकिन आधुनिक युग में प्रायः देखा जा रहा है कि माता-पिता के बलिदान, त्याग भाई बहन के प्यार को नजर अंदाज करते हुए आज काल की लड़कियां लव मैरिज अंतरजाति विवाह करके अपना जीवन नर्क बना रही। महिलाओं को अपनी पुत्रियों को ऐसी शिक्षा देना चाहिए कि बिना माता-पिता बिना भाई-बहन की आज्ञा के कहीं भी किसी अन्य के ऊपर विश्वास नहीं करना चाहिए।

कंस के अत्याचार को समाप्त करने के लिए मथूरा में आज श्रीनारायण ने श्री कृष्ण रूप में देवकी के गर्भ से जन्म लिया है। श्री लक्ष्मी नारायण एवं देवी देवताओं का गोपियों गोप के रूप में ब्रज धाम में अवतारित होने की कथा का विस्तार से वर्णन किया। धर्म रक्षा सेना के तत्वावधान में चल रही सप्ताहिक श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिवस धर्म रक्षा सेना के प्रमुख स्वराज सिंह बघेल व संगठन के सभी सदस्यों के द्वारा विकासखंड क्षेत्र अंतर्गत के पत्रकारों को कोरोना काल में लोगों के लिए किए गए कार्यों के सम्मान में देवलोक के पत्र वाहक भगवान नारद के छाया चित्र को प्रतीक चिन्ह रूप में भेट कर सम्मान किया गया।

नगर के वारिष्ट पत्रकार रमाशंकर महोबिया ने श्रीमद्भागवत कथा में आयोजन कर्ताओ ओर पत्रकारो के सम्मान में किये गये सम्मान पर सबको साधूवात देते हुए आभार व्यक्त किया।

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