महात्मा गॉंधी के बगैर भारत की कल्पना अधूरी
सिवनी। राष्ट्रपिता महात्मा गॉंधी की पुण्यतिथि पर पीएम कॉलेज आफ एक्सीलेंस के हिंदी विभाग में आइये, बापू को जानें विषय पर कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें प्राध्यापको और शिक्षकों ने महात्मा गॉंधी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर अपने विचार रखे. प्रश्नमंच का आयोजन भी हुआ, जिसके माध्यम से छात्र छात्राओं ने बापू के जीवन दर्शन को भी समझा।
कार्यक्रम की शुरुआत में छात्र-छात्राओं और प्राध्यापकों- शिक्षकों ने महात्मा गॉंधी के चित्र पर पुष्प अर्पण कर श्रद्धांजलि दी तथा मध्य प्रदेश गान का सामूहिक गायन किया.
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पीजी कॉलेज की जन भागीदारी समिति के अध्यक्ष अजय बाबा पांडेय ने कहा कि वर्तमान में युवाओं को गांधी जी के आदर्शों को अपनाना होगा. महात्मा गांधी जी के सिद्धांत आज भी हमारे लिए महत्वपूर्ण हैं। कार्यक्रम के संयोजक प्रोफेसर सत्येन्द्र कुमार शेन्डे ने कहा कि आज, 21 वीं सदी के महात्मा गांधी का जीवन दर्शन बहुत ही प्रासंगिक है. दुनिया के विभिन्न देशों में महात्मा गांधी जी को माना जाता है और पढ़ाया जाता है. कहा कि महात्मा गांधी के बगैर भारत की कल्पना अधूरी है।
प्रश्नमंच का हुआ आयोजन – महात्मा गांधी के जीवन दर्शन पर आधारित प्रश्नमंच का आयोजन हिंदी विभाग में हुआ, जिसमें सभी छात्र-छात्राओं में उत्साहपूर्वक बढ़- चढ़कर हिस्सा लिया. प्रश्नों के माध्यम से महात्मा गांधी जी के जीवन से प्रेरणा ग्रहण करने वाली कई हस्तियों जैसे बाबा आमटे, मीरा बेन, स्टीव जॉब्स आदि की जानकारी मिली और दक्षिण अफ्रीका में गांधी जी के संघर्ष की कहानी से भी विद्यार्थी परिचित हुए. प्रश्नों का सही जवाब देने वाले छात्र-छात्राओं को तत्काल पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया गया।
प्रश्नमंच कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर सत्येन्द्र कुमार शेन्डे ने किया। विशेष वक्ता के रूप में डॉ मानसिंह बघेल ने कहा कि सत्य, अहिंसा और शांति महात्मा गांधी के मुख्य सिद्धांत हैं. उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि बापू के विचारों को अपनाना ही गांधीजी के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
दो बार आगमन हुआ था बापू का सिवनी में महान कवयित्री सुभद्रा कुमारी चौहान ने गाया था स्वागत गीत
कार्यक्रम के दौरान हिंदी विभाग के प्रोफेसर सत्येन्द्र कुमार शेन्डे ने जानकारी देते हुए बताया कि 20 मार्च 1921 और 28 नवंबर 1933 को महात्मा गांधी का सिवनी में दो बार आगमन हुआ था. 1933 में बालाघाट होते हुए सिवनी में बापू का आगमन हुआ था. स्थानीय मिशन स्कूल के सामने सिवनी की जनता ने महात्मा गांधी का जोरदार स्वागत किया था. सारे शहर को रोशनी से सजाया गया था. महान कवयित्री सुभद्रा कुमारी चौहान ने अपना स्वरचित गीत गाकर बापू का स्वागत किया था.
आयोजन में छात्र मेहुल सिंह बिसेन, आरती सनोडिया, रानी पगारे, निकिता पंचेश्वर, अंबिका मिश्रा, प्रद्युम्न पगारे तथा कार्यालय सहायक सुनीता नागले का विशेष सहयोग रहा।
कार्यक्रम में डॉ संतलाल डहेरिया, जनभागीदारी शिक्षक उमाशंकर वर्मा, अमितोष सनोडिया तथा छाया राय ने भी विद्यार्थियों को संबोधित किया. कार्यक्रम में कॉलेज स्टाफ और एमए हिंदी तथा स्नातक कक्षाओं के छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
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