सिवनी। उच्च माध्यमिक व माध्यमिक शिक्षक पद पर चयनित अभ्यार्थियों के अंदर फिर आक्रोश पनपने लगा है। मध्य प्रदेश सरकार ने गत अक्टूबर 2019 में उक्त पदों पर हुई भर्ती परीक्षा का परिणाम घोषित किया था अब सालभर से अधिक समय बीत जाने पर भी सरकार इन चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति नहीं दे पाई है जिससे चयनित अभ्यर्थी फिर आंदोलन की राह पकड़ सकते हैं । गौरतलब है कि करीब 15 हजार पदों पर उच्च माध्यमिक व माध्यमिक शिक्षक वर्ग की परीक्षा सरकार ने फरवरी 2019 में कराई थी उसके उपरांत वर्ष 2019 में ही अगस्त और अक्टूबर माह में रिजल्ट जारी किए गए ।फिर 10 महीने तक सारी कार्यवाही ठप रही चयनित अभ्यर्थियों द्वारा आक्रोश व्यक्त किए जाने पर सरकार ने अभी जुलाई 2020 में दस्तावेज सत्यापन की प्रक्रिया शुरू की थी जो प्रक्रिया मात्र चार दिन ही चली लोक परिवहन की सुगम व्यवस्था नही होने का बहाना बताकर उपरोक्त सत्यापन प्रकिया को भी बंद करा दिया गया। जिसका चयनित शिक्षकों ने खूब विरोध किया जैसे तैसे सरकारी नुमाइंदों ने चयनित अभ्यर्थियों को समझा बुझाकर शांत कराया और शीघ्र प्रक्रिया दोबारा शुरू करने के लिए कहा परंतु उक्त आश्वासन को मिले भी लगभग 5 माह का समय गुजर गया है नियुक्तियों के इंतजार में चयनित अभ्यार्थियों का भविष्य अंधकार में जाता देख वह टूट चुके हैं और शेष जीवन समाप्त होता दिखाई दे रहा है जिससे वह अब सरकार को घेरने की तैयारी कर रहे हैं ज्ञात होवे कि अब दस्तावेज सत्यापन के बाद विद्यालय आवंटन की कार्यवाही शेष बची है जिसके चलते चयनित अभ्यर्थियों का सब्र जवाब देने लगा है।