सिवनी/छपारा। तहसील मुख्यालय के दर्जनों शिकायतकर्ताओं ने शुक्रवार को सहारा इंडिया, अर्थ निधि ओस्मॉस सहित उत्कल कंपनी के विरुद्ध तरह-तरह के प्रलोभन देकर ठगी करने के मामले में शिकायतें छपारा थाना में दर्ज कराई है। उल्लेखनीय है कि चिटफंड कंपनियों और सूदखोर के विरुद्ध विशेष अभियान सिवनी पुलिस अधीक्षक की पहल पर जिले के समस्त थाना क्षेत्र में चलाया जा रहा है। छपारा थाने में सहारा इंडिया, अर्थ निधि, उत्कल कंपनी सहित ओस्मॉस टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ दर्जनों शिकायतकर्ता थाने में पहुंचकर अपने-अपने आवेदन प्रस्तुत कर रहे हैं। शिक्षक और लाइनमैन भी फंसे चक्कर में – नगर के सुरेंद्र विश्वकर्मा जो कि एक शिक्षक है वे भी सहारा इंडिया के झांसे में फस गए और उन्होंने वर्ष 2016 में अपनी मेहनत की कमाई का डेढ़ लाख रुपए बैंक मैनेजर के झांसे में आकर ढाई साल के लिए एफडी करा दिए थे। लेकिन 4 साल बीतने के बाद भी उक्त शिक्षक को एफडी के 2 लाख की राशि नहीं मिल पायी है। जब भी ये शिक्षक सहारा इंडिया के छपारा कार्यालय में जाकर अपने पैसे की मांग करते हैं तो उन्हें तरह-तरह से धमकाया जाकर वापस कर दिया जाता है। इसी तरह से लाइनमैन पद पर कार्यरत भूपेंद्र हरिनखेड़े ने ओस्मॉस टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के खिलाफ अपना आवेदन प्रस्तुत करते हुए बताया है कि उन्हें चैन सिस्टम से जोड़कर प्रतिदिन हजारों रुपए कमाई का लालच देकर कई टास्क भी दिए गए और 1200 रुपए जमा कराए गए। उन्होंने बताया कि छपारा नगर और ग्रामीण क्षेत्रों में सहारा इंडिया में कार्यरत दो लोगों ने हजारों लोगों से 1200- 1200 की राशि जमा करा कराकर अब वह ऑनलाइन कंपनी बंद हो गई है। उन्होंने बताया कि छपारा क्षेत्र से लगभग 1 करोड़ से अधिक रुपए लेकर यह कंपनी फरार हो गई है। अब देखने वाली बात यह है कि चिटफंड कंपनी और सूदखोरों के खिलाफ मिल रही शिकायतों पर कब तक और कैसी कार्यवाही तय हो पाती है। इस मामले में थाना प्रभारी ने बताया कि पीड़ित शिकायतकर्ताओं से लिखित आवेदन ले लिया गया है। धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।