सिवनी/घंसौर। अर्थ निधि लिमिटेड नाम से संचालित बैंक नुमा सोसाइटी में घंसौर क्षेत्र से जमाकर्ताओं के करोड़ों डूबने की आशंका व्यक्त की जा रही है। वहीं जिला पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार प्रत्येक थाना में सूदखोर एवं चिटफण्ड कंपनी के विरोध में आवेदन शिकायतें ली गई। सभी पीड़ितजन शिकायत लेकर घंसौर थाना पहुंचे। इसी कड़ी में मंगलवार को घंसौर सहित आसपास के क्षेत्र से बड़ी संख्या में लोग घंसौर थाना पहुंचे जहां पर पुलिस थाना घंसौर में लगभग 97 आवेदन प्राप्त हुए। घंसौर में 03 साल से अर्थ निधि लिमिटेड कंपनी अपना कारोबार संचालित कर रही थी। बताया गया है कि उक्त कंपनी में लगभग 200 से ढाई सौ लोगों ने 50 रुपये दिन से लेकर 500 – 1000 रूपये प्रतिदिन जमा किया था लेकिन कुछ दिन पूर्व ही घंसौर से अर्थ निधि कंपनी के मैनेजर सहित कर्मचारियों ने लेन देन बंद कर दिया जिसके कारण जमाकर्ताओं में हडकंप की स्थिति निर्मित हो गई है। जमाकर्ताओं ने छोटी बड़ी बचत कर अपनी कमाई अर्थ निधि में ब्याज के लालच में जमा किया था लेकिन उनकी यह जमा रकम खटाई में पड़ सकती है। जमा करने वालों के करोड़ों डूबने की कगार पर हैं। आफिस में जाकर अपनी जमा रकम वापस मांगने पहुंच रहे लोगों को खाली हाथ लौटाया जा रहा है लोग परेशान होकर पुलिस की शरण ले रहे हैं। इनका कहना है – पुलिस अधीक्षक के निर्देश अनुसार सूदखोर चिटफण्ड कंपनी के विरोध में पुलिस थाना घंसौर में 97 आवेदन प्राप्त हुए हैं। जिसमें घंसौर में भारत निधि लिमिटेड प्राइवेट कंपनी के द्वारा करोड़ों की चपत लगाकर लापता हुई के विरोध में 80 आवेदन आए हुए हैं ओम साईं प्रसाद कंपनी के विरोध में 17 आवेदन आए हुए हैं
प्रदीप पांडे प्रभारी थाना घंसौर