क्राइम देश मध्य प्रदेश सिवनी

लॉकडाउन में पति नागपुर में, इधर मोबाइल से बना प्रेमी के साथ भागी, लावारिस छोड़ा पुत्र को,,,

सिवनी। थाना छपारा पुलिस मां द्वारा लावारिस छोड़े गए बालक को शाजापुर से ढूंढ कर लायी है।

दिनांक 12/07/2021 को प्रार्थी शिवकुमार पिता भोना डहेरिया निवासी ललमटिया ने थाना छपारा में रिपोर्ट दर्ज कराया कि करीबन तीन माह से वह नागपुर में मजदूरी करता था इसकी पत्नि माया डहेरिया व नाबालिक पुत्र गणेश उर्फ जयकेश डहेरिया उम्र 12 वर्ष का छपारा ललमटिया में रहते है। शिवकुमार डेहरिया को ज्ञात हुआ कि उसकी पत्नि माया डहेरिया व नाबालिक पुत्र गणेश उर्फ जयकेश डहेरिया उम्र 12 वर्ष घर पर नहीं है बिना बताये कही चले गये। उक्त रिपोर्ट पर पत्नि माया डहेरिया की गुमशुदगी रिपोर्ट पर गुम इंसान क्रमांक 33/2021 तथा नाबालिक पुत्र गणेश उर्फ जयकेश डहेरिया की गुम रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 321/21 धारा 363 भा.द.वि. का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

सूचना की प्राप्ति पर पुलिस अधीक्षक सिवनी कुमार प्रतीक द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिवनी एस के. मरावी एवं अनु० अधिकारी (पुलिस) लखनादौन केके अवस्थी को टीम गठित कर कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया।

थाना प्रभारी छपारा द्वारा थाना स्तर पर टीम गठित कर गुम इंसान एवं अपहृत बालक की पतासाजी के प्रयास प्रारंभ किये गये। पुलिस टीम को भौतिक एवं तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर गुमशुदा महिला जिला शाजापुर में होना ज्ञात हुआ। वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराकर थाने से एक टीम गठित कर जिला शाजापुर भेजी गई। छपारा पुलिस टीम द्वारा थाना मक्सी जिला शाजापुर के स्टाफ के सहयोग से ग्राम नैनावद थाना मक्सी शाजापुर व ग्राम अक्या चौहानी थाना बेरछा जिला शाजापुर में गुम महिला एवं बच्चे की तलाश की गई।

छपारा पुलिस टीम को गुमशुदा माया डेहरिया अपने प्रेमी चरनसिंह डाबी परमार के घर पर मिली जिसे समक्ष गवाहों के दिनांक 18/09/2021 को दस्तयाब किया गया।

महिला एवं उसके प्रेमी से पूछताछ करने पर उनके द्वारा बताया गया कि लॉकडाउन के दौरान जब प्रार्थी नागपुर में था तब पत्नी माया डेहरिया की मोबाइल पर चरण सिंह डाबी परमार निवासी ग्राम आक्या चौहानी जिला शाजापुर से बातचीत होने लगी। चरण सिंह के 3 बच्चे हैं 1 लड़की 2 लड़के उसकी पत्नी 5 साल से मायके में अपनी एक बच्ची के साथ रह रही है और चरण सिंह अपने 2 लड़को के साथ आक्या चौहानी में रह रहा था। दिनांक 03/06/2021 को चरणसिंह डाबी बेरछा से ट्रेन से बैठ कर जबलपुर आया और जबलपुर से बस से छपारा आ कर महिला को बच्चे गणेश के साथ ले गया। प्रकरण में बालक की माँ एवं फूलसिंह डाबी परमार को आरोपी बनाया गया है।

बालक के संबंध में पूछताछ करने पर पूर्व में महिला ने बस में बैठालकर कहीं भेजना बताई। छपारा पुलिस टीम द्वारा हिकमातमली से पूछताछ करने पर महिला एवं चरणसिंह द्वारा बताया गया कि उन्होंने बालक गणेश को कायथा थाने से आगे एक गांव में लावारिस अवस्था में छोड़ दिया था। छपारा पुलिस टीम द्वारा आसपास के गांव में चरण सिंह को साथ ले जा कर बच्चे की फोटो दिखा कर ढूंढा
गया जिसमें एक आदमी ने बच्चे को गांव वालों द्वारा करीब तीन माह पूर्व थाना कायथा में सौंपना बताया ।

थाना जा कर पता करने पर जानकारी मिली कि बच्चे को थाना कायथा स्टाफ द्वारा बाल कल्याण समिति उज्जैन को सौंपा गया जिन्होंने बालक गणेश डेहरिया को रामकृष्ण बालगृह अंबोदिया थाना भैरवगढ़ उज्जैन के सुपुर्द कर दिया है। छपारा पलिस टीम ने वहाँ जाकर मां माया डेहरिया से बच्चे की पहचान कराई गई। उक्त स्थल पर ही बालक गणेश डेहरिया की दस्तयाबी माँ व अन्य गवाहों के समक्ष की गई। बालक गणेश डेहरिया को SJPU उज्जैन द्वारा अनुमति मिलने पर सुरक्षित छपारा लाकर उसके पिता के सुपुर्द किया गया है।

इस दौरान छपारा पुलिस टीम द्वारा 1500 किलोमीटर से अधिक सफर कर अलग-अलग जिलों के कई थाना क्षेत्रों में जा कर पूछताछ की गई। टीम द्वारा साइबर और पूछताछ आदि विधियों का उत्कृष्ट उपयोग कर अपहृत बालक की दस्तयाबी हेतु अथक प्रयास किये गये। जिससे बालक को ढूढ़ने में छपारा पुलिस को सफलता मिली ।

सराहनीय कार्य :- थाना प्रभारी अभिषेक चौधरी (प्रशिक्षु डीएसपी), कार्य सउनि मुकेश उपाध्याय, कार्य सउनि संजय ठाकुर, आर गजेंद्र समरीते का विशेष रहा।

— — — — — — — — — — — — — — — — — — — — —  ताजासमाचार पढ़ने के लिए न्यूज के नीचे जाए और दिए गए वाट्सएफ जवाइन निर्देश बॉक्स में दो बार क्लिक कर ग्रुप में ज्वाइन हो सकते हैं, या 94 2462 9494 सेव कर ज्वाइन की लिंक मांग सकते हैं। संतोष दुबे, सिवनी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *