सिवनी। अभिभावकों द्वारा नगझर स्थित महर्षि विद्या मंदिर स्कूल की एक शिकायत कलेक्टर तथा जिला शिक्षा अधिकारी के समक्ष दिनांक 03 अक्टूबर 2020 को स्कूल द्वारा ज्यादा फीस वसूली को लेकर की गई थी। कलेक्ट्रेट कार्यालय से 06 अक्टूबर को जिला शिक्षा अधिकारी को जाँच करने के आदेश एक पत्र के माध्यम से दिया गया जिस पर अमल करते हुये जिला शिक्षा अधिकारी ने 16 अक्टूबर को एक जाँच अधिकारी श्री कुमरे को स्कूल भेजकर जाँच करवा ली गई। जाँच के उपरांत श्री कुमरे से 23 अक्टूबर को संपर्क करने पर ज्ञात हुआ कि जाँच प्रतिवेदन जिला शिक्षा अधिकारी को जाँच अधिकारी द्वारा सौंप दिया गया है। 23 के अक्टूबर के पश्चात आज दिनांक तक लगभग दो माह के अंतराल में जिला शिक्षा अधिकारी महोदय से अनेक बार संपर्क कर जाँच प्रतिवेदन कलेक्टर तक पहुँचाये या नहीं की जानकारी ली गई तो हर बार अधिकारी द्वारा अलग-अलग कारण बताकर बस एक-दो दिन में जाँच प्रतिवेदन कलेक्टर तक पहुँचाने कहते रहे किन्तु आज दिनांक तक प्रतिवेदन कलेक्टर तक नहीं पहुँच पाया है।
मध्यप्रदेश सरकार ने भी ऐसे स्कूलों के खिलाफ सख्त कार्यवाही के निर्देश दिये हैं जो कोरोनाकाल में अधिक फीस वसूल रहे हैं। फिर भी यहाँ अभी तक कार्रवाही नही होने से अधिकारी की कार्यप्रणाली पर अनेक प्रश्नों को जन्म दे रहा है। हालांकि इस मामले में महर्षि विद्या मंदिर स्कूल के प्राचार्य का कहना है कि उन्होंने नियम के तहत ही फीस ली है।