सिवनी। पंचायत के कार्यों की राशि हड़पने, काम के बदले रुपए की मांग करने, ग्रामीण आवास योजना की राशि का भुगतान ना कर स्वयं हड़पने, सैनिटाइजर व मास्क की राशि का गबन किए जाने, साप्ताहिक बाजार में अवैध वसूली करने समेत अन्य कार्यो में व्यापक भ्रष्टाचार किए जाने के मामले की शिकायत लेकर बड़ी संख्या में ग्रामवासी बुधवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे। जहां पीड़ित ग्रामवासी ने कलेक्टर को लिखित शिकायत देते हुए विकासखंड कुरई के ग्राम पंचायत सुकतरा के सहायक सचिव के विरुद्ध सख्त कार्यवाही किए जाने की मांग की। ग्रामवासियों ने बताया कि गांव के निवासी लगभग 13 ग्रामवासियों जो सुकतरा निवासी हैं। सुकतरा ग्रामवासियों के कामकाज में सहायक सचिव द्वारा व्यापक रूप से लापरवाही बरती गई। पीड़ितजनों ने बताया कि सुकतरा निवासी मजदूर गरीब व्यक्तियों के साथ सहायक सचिव ने व्यापक अनियमितता बर्ती हैं। गांव के पीड़ित जनों ने लिखित शिकायत में बताया कि ससत्तो पत्नी हरीशचंद्र चक्रवर्ती से संडास बनाए जाने के लिए 5000 रुपये की मांग कर राशन कार्ड से नाम काटने की धमकी, के साथ पुत्र के विकलांग होने के बावजूद योजना से जबरदस्ती वंचित करने का कार्य किया गया है। इसी तरह दुर्गावती के पति महेश के लगभग 2 हफ्ते की मजदूरी राशि नहीं दी जा रही है और ऊपर से धमकी दी जा रही है कि जितना पैसा मिल गया है उतना रख लो और मजदूरी की राशि चाहिए तो 2000 रुपये देना पड़ेगा।
इसी तरह कृष्णाबाई शेन्द्रे से आवास योजना में नाम जुड़वाने के लिए 10 हजार रुपए की मांग की गई। वही छोटे-मोटे काम के लिए भी राशि की मांग की जा रही है। चित्रकला की सम्मेलन में शादी हुई थी। उक्त सम्मेलन में पात्र होने के बावजूद राशि जबरन रुकी गई। जबकि वह विकलांग है। इसके साथ ही पीड़ित सनियारोबाई के 31 दिन डैम डोबरी मेड बंधान में काम किया गया था उसकी 31 दिन की मजदूरी की राशि आज दिनांक तक प्रदाय नहीं की गई है । आर्थिक तंगहाली से परिवार जूझ रहा है। वहीं इंदिरा धुर्वे के पति ने डैम में काम किया था उसके 5 हफ्ते के पैसे अभी तक नहीं दिए गए हैं। जलधारा की आवास योजना की अंतिम किस्त भी नहीं दी गई है। पीड़ित बैंक व पंचायत के चक्कर काट परेशान हो रहे हैं। इसके साथ ही बेनवती चक्रवर्ती के घर में कोई शौचालय नहीं है उसका बेटा अलग रहता है जिसने नहानी बनाई है। उसकी फोटो खींचकर पति के घर का शौचालय बताकर पीड़ित युवती से 2000 रुपये की मांग की जा रही है। और रुपए नहीं देने पर शौचालय नही बनाने की धमकी भी दी जा रही है। वही पीड़ित तुलसाबाई ने बताया कि पानी की समस्या को लेकर बार-बार पंचायत में कहा गया यहां तक कि पानी के लिए वाद-विवाद की स्थिति हो जाती लेकिन पानी की समस्या अभी भी जस की तस बनी हुई है। पीड़ित रमतूला ने बताया कि मेड बधान का कार्य मजदूरी में किया गया था लेकिन 4 हफ्तों की मजदूरी की राशि अभी तक नहीं दी गई है। वही कुंताबाई के पति की मृत्यु लगभग 1 साल पहले हो चुकी है। कर्मकार मंडल की राशि अभी तक नहीं दी गई है। जबकि कागजी कार्यवाही कर आवश्यक दस्तावेज पीड़ित ने प्रदाय कर दिए गए हैं। उसके लिए भी राशि के बारे में पूछे जाने पर गरीब महिला को धमकाया जा रहा है। शिकायतकर्ता टेकसिंह का एक 80 वर्षीय प्रीतम सिंह वृद्ध व्यक्ति को अभी तक वृद्धावस्था पेंशन से वंचित रखा गया है। परेशान गांव के गरीब ग्रामीण, पीड़ितजनों में सत्तोबाई चक्रवर्ती, दुर्गावती, कृष्णाबाई, चित्रकला, सनीयारों बाई, इंदिरा धुर्वे, जलधारा चक्रवर्ती, भगवती, तुलसी बाई, रमतूला, कुंताबाई, तेज सिंह, श्यामा बाई सहित अनेक ग्रामवासी को विकास कार्यों, योजनाओं का लाभ नही मिला है। किए गए कामों का ना भुगतान हुआ है और ना ही अन्य कार्यों में मिलने वाली राशि उन्हें प्रदाय की गई है। गांव के शिकायतकर्ता में मोहनी, इंदिरा, कुंती, प्रीतम सिंह, नारायण, हरि, सुरजीत, राजेश, शिवकली, सरिता, सुनीता, काशी, दुर्गावती आदि ने बुधवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंच सहायक सचिव ग्राम पंचायत सुकतरा के विरुद्ध लिखित शिकायत कर उचित न्याय की मांग की है।