सिवनी। आचार्य विद्यासागर महाराज के प्रथम पुण्य समाधि दिवस पर सकल दिगंबर जैन समाज के तत्वावधान में नगर के गांधी चौक में एक संत अरिहंत सा, कार्यक्रम अंतर्गत विनयांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें जबलपुर के कलाकारों ने धार्मिक भजनों की प्रस्तुति दी। विधायक दिनेश राय, ठाकुर रजनीश सिंह, पूर्व विधायक नरेश दिवाकर, नगर पालिका अध्यक्ष सफीक खान, पूर्व भाजपा अध्यक्ष सुजीत जैन, आलोक दुबे, संतोष अग्रवाल, संतोष नगपुरे, संजय मालू, गीता दीदी आदि ने आचार्य विद्यासागर महाराज को विनयांजलि समर्पित की।
सुबह जैन मंदिर से भव्य शोभायात्रा निकाली गई। इसमें प्राचीन काष्ठ रथ पर आचार्यश्री का भव्य चित्र व अष्ट धातु के भव्य गुरू चरण चिन्ह सुसज्जित कर स्थापित किए गए। सिवनी प्रवास के दौरान पूज्य निर्यापक मुनिश्री समतासागर महाराज ने सिवनी जैन मंदिर में आचार्यश्री के चरण स्थापित करने की प्रेरणा दी थी। तदनुरूप आचार्यश्री की समाधि स्थली डोंगरगढ़ चंद्रगिरी से लाए गए निर्यापक श्रमण मुनिश्री समता सागर महाराज के सानिध्य में प्रतिष्ठित हुए अष्ट धातु के आचार्यश्री के चरण युगल की प्रतिकृति चरण चिन्ह बाझल परिवार ने बड़े जैन मंदिर में अभिषेक व गुरू पूजन कर पूर्ण विधि विधान से प्रतिष्ठित कराए।
प्रथम समाधि पुण्य स्मृति दिवस पर मंदिर में श्रीजी का महाभिषेक आराधना गुरू पूजन कर आचार्यश्री के चित्र का है। अनावरण व दीप प्रज्जवलन किया गया। तइसके बाद काष्ठ रथ पर आचार्यश्री के
चित्र व चरण चिन्हों के साथ भव्य शोभा यात्रा कतार बद्ध सुव्यवस्थित तरीके से निकाली गई। श्वेत गणवेश में महिला, पुरुष, बच्चों का समूह आचार्य श्री के जयकारों के साथ एक बड़े समूह में निकले। हाथ में पचरंगे ध्वज लिए बालक बालिकाओं का समूह व सुमधुर वाद्य यंत्रों के मध्य अश्वारोहियो का दल इस शोभायात्रा में आचार्यश्री के प्रति भक्ति भाव प्रगट करते हुए सम्मिलित हुए। घरों घर रंगोली के सुंदर चौक पूर कर श्रद्धालुओं ने चरण चिन्हों की आरती उत्तारी।
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