सिवनी। जिले में भर में 7 दिसंबर को भगवान कालभैरव अष्टमी उत्साह से मनाई गई। नगर के भुरकलखापा स्थित काल भैरव मंदिर व आदेगांव स्थित छोटे काशी के नाम से प्रसिद्ध काल भैरव मंदिर में भी उत्साह के साथ काल भैरव अष्टमी मनाई गई। आदेगांव के प्रसिद्ध काल भैरव मंदिर में नगर कोतवाल का जन्मोत्सव श्रद्धा के साथ मनाया गया। 6 दिसंबर रविवार रात 12 बजे से आदेगांव में भैरव अष्टमी व जन्मोत्सव से जुड़े कार्यक्रम जारी हैं।
प्राचीन गढ़ी मंदिर को आकर्षक विद्युत साज सज्जा से सुसज्जित किया गया हैं। ढोल, बाजे-गाजे व आतिशबाजी के साथ रात 12 बजे भगवान श्री कालभैरव का जन्मोत्सव मनाया गया। काल भैरव दरबार में भक्तजनों ने केक काटकर प्रसाद वितरण किया। प्राचीन गढी में विराजमान भगवान श्री कालभैरव नाथ स्वामी, भगवान श्रीगणेश, बटुकभैरव, दूधिया भैरवनाथ, शेषनाग महाराज व भगवान शिव परिवार का 7 दिसंबर सोमवार सुबह अभिषेक पूजन किया। जलाभिषेक, दुग्धाभिषेक, पंचामृत अभिषेक के बाद सभी प्रतिमाओं का आकर्षक श्रृंगार कर अल सुबह पूजन आरती की गई। हवन पूजन के साथ श्रद्धालुओं के भगवान कालभैरव के दर्शन करने पहुंचने का सिलसिला जारी हैं।
दोपहर में नगर कोतवाल भगवान कालभैरव की कलश यात्रा निकाली गई। इसके बाद मंदिर परिसर में भगवान को महाप्रसाद का भोग अर्पण कर श्रृद्धालुओं में वितरण किया गया। आदेगांव के अलावा सिवनी शहर, घंसौर, लखनादौन, छपारा, बरघाट सहित अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में भी काल भैरव अष्टमी पर पूजन अर्चन व कार्यक्रम आयोजित किए गए। मंदिरों में दर्शन को पहुंचे श्रद्धालुजनों में कोरोना वायरस के चलते मास्क का उपयोग कर मंदिर में भैरव बाबा के दर्शन करने पहुंचे। वही आदेगांव में पुलिस व्यवस्था भी चाक चौबंद रही।