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21 Dec 2025, Sun

संस्कृत हमारी प्राचीन व देव भाषा है, जिसका उत्थान होना चाहिए : वंदना तिवारी

सिवनी। संस्कृत भारती के तत्वावधान में आज महारानी लक्ष्मीबाई कन्या विद्यालय सिवनी में सरला/सुगमा परीक्षा के प्रमाण पत्र वितरण का कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें कार्यक्रम की मुख्य अतिथि मॉर्डन हायर सेकेंडरी स्कूल की संचालिका श्रीमती वंदना तिवारी ने अपने उद्बोधन में कहा कि संस्कृत हमारी प्राचीन और देव भाषा है जिसका उत्थान होना चाहिए।

संस्कृत सरलता से समझ में आने वाली भाषा है इसलिए इसके विकास के लिए हमें मिलजुल कर प्रयास करना होगा और हमें इसे संभाषण की भाषा बनानी होगी, यह एक वैज्ञानिक भाषा है जिसका अपना गौरवशाली इतिहास रहा है।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि एवं सहायक संचालक राकेश रंजन मेहता ने कहा कि संस्कृत कंप्यूटर के लिए उपयुक्त भाषा है, इसे वैज्ञानिक भी स्वीकार कर चुके हैं। हमें संस्कृत संभाषण में पारंगत होना चाहिए, ताकि हम अपनी भाषा का संरक्षण कर सकें और इसके उत्थान में सहायक बने एवं हमें संस्कृत का अध्ययन-अध्यापन इस प्रकार करना चाहिए कि हम उसके व्याकरण को भी समझे एवं संभाषण में भी पारंगत हो सकें।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला परियोजना समन्वयक महेश बघेल ने कहा कि संस्कृत हमारी मूल भाषा है। यह सभी भाषाओं की जननी है। संस्कृत भाषा को हमें उसका मुख्य स्थान दिलाना होगा और संस्कृत को विलुप्त होने से हमें बचाना है।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संस्कृत भारती जिला अध्यक्ष डॉ के. के. चतुर्वेदी ने कहा कि संस्कृत भाषा के लिए वर्तमान में बहुत ही अनुकूल माहौल है और संस्कृत भारती इस क्रम में संस्कृत भाषा को संभाषण की भाषा बनाने हेतु निरंतर प्रयत्नशील है। जिसके द्वारा वह संस्कृत संभाषण शिविर भाषा-बोधन वर्ग इत्यादि कार्यक्रम समय-समय पर आयोजित करती रहती है।

कार्यक्रम को संस्कृत भारती जिला मंत्री ताराचंद मिश्रा ने संबोधित करते हुए कहा कि संस्कृत वैज्ञानिक भाषा है जो बहुत अधिक सरल है। उन्होंने सरल तरीके से संस्कृत संभाषण की विधि से छात्राओं को अवगत कराया। संस्कृत भारती के इस प्रकार के प्रयासों से संस्कृत भाषा जन-जन की भाषा बनने की ओर अग्रसर है सरला परीक्षा में प्रथम स्थान यशिका यादव ने प्राप्त किया, द्वितीय स्थान रजनी डेहरिया एवं रूपाली बघेल ने संयुक्त रूप से प्राप्त किया। जिन्हें संस्कृत भारती की ओर से प्रमाण पत्र एवं ट्रॉफी प्रदान की गई। इसके अलावा सभी प्रतिभागी छात्राओं को संस्कृत भारती की ओर से प्रमाण पत्र वितरण किया गया।

संपूर्ण कार्यक्रम की विशेषता उसके नाम के अनुकूल रही कि इसका संचालन संस्कृत भारती विभाग संयोजक श्री अखिलेश श्रीवास्तव ने संस्कृत भाषा में किया। कार्यक्रम का समापन एवं आभार प्रदर्शन संस्था प्राचार्य श्रीमती एस.सी. सिंह ने किया।

इस अवसर पर कार्यक्रम को संस्कृत भारती जिला संरक्षक दुर्गाशंकर श्रीवास्तव, जिला शिक्षा केंद्र के एपीसी रवेन्द्र ठाकुर, संस्कृत भारती जिला महिला प्रमुख श्रीमति सरिता आन्धवान एवं श्रीमती आराधना राजपूत ने भी संबोधित किया।

इस अवसर पर जिला संपर्क प्रमुख भगवानदास आन्धवान संस्था की शिक्षिका श्रीमती मन्जूलता श्रीवास्तव, श्रीमती रेशमा आजमी, श्रीमती रश्मि सिंह एवं संस्था के अन्य शिक्षक व शिक्षिकायें एवं विद्यालय की छात्रायें उपस्थित थीं। कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका संस्था की शिक्षिका श्रीमती मंजूलता श्रीवास्तव की रही।

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