https://youtu.be/lhEE2oe_s0c
सिवनी। बिहारी जी की महफिल, बिहारीजी सजाते हैं, जिनको बुलाते हैं वे ही सुन पाते हैं। जिनमें सच्ची भक्ति है वही कथा श्रवण करने पहुंच जाते हैं। इसलिए जहां भी कथा चल रही हो वहां बिना बुलाए ही कथा श्रवण करने चले जाना चाहिए मन पवित्र होता है। उक्ताशय की बात शुक्रवार को कथावाचक कृष्णा पांडे महाराज ने ग्राम पंचायत पांजरा (केवलारी) में जारी श्रीमद्भागवत कथा महोत्सव में श्रद्धालुजनों से कही।
उन्होंने आगे कहा कि दांपत्य जीवन की मधुरता में स्त्री और पुरुष दोनों का पूरा सहयोग बताया। उन्होंने कहा कि जग में नारियों का महत्वपूर्ण स्थान है। यहां तक कि शास्त्रों में नारी को गृहलक्ष्मी, ब्रह्मविद्या ,रिद्धि सिद्धि ,कामधेनु ,श्रद्धा, पवित्रता आदि कहा गया है। शास्त्रों में भी मिलता है “यत्र नारी पूज्यंते, तत्र रमंते देवता “।नारी के साथ जुड़ा होने से ही पुरूष का महत्व है ।नारी हर रूप में आदर करने योग्य है ।नारी माता के रूप में गौरवमयी जननी है। पत्नी के रूप में सहभागी है, बहन के रूप में भाई के मस्तक पर तिलक करके गौरवान्वित करती है, पुत्री के रूप में घर की शोभा है, नारी हर रूप में आदर करने योग्य है।
भागवत कथा में पांचवें दिन कृष्ण भगवान की बाल लीला, माखन चोरी, गोपियों संग नटखट लीला, गोवर्धन पर्वत को धारण करना, इंद्रा का मन मर्दन की कथा महाराज ने विस्तार से सुनाया। श्रीकृष्ण बाल लीला की कथा सुनकर श्रद्वालु भगवान कृष्ण की जयजयकार कर भाव विभोर होकर झूम उठे।









— — — — — — — — — — — — — — — — — — — — — ताजासमाचार ग्रुप से जुड़ने लिंक मांग सकते हैं। वाट्सएफ नम्बर 94 2462 9494 से । या न्यूज के नीचे जाए और दिए गए वाट्सएफ जवाइन निर्देश बॉक्स में दो बार क्लिक कर ग्रुप में ज्वाइन हो सकते हैं। संतोष दुबे, सिवनी।