सिवनी। केवलारी ब्लॉक के कोपीढोला, खैरी गांव के बाद अब शहर से लगे छिड़िया गांव से लगे जंगल में बाघ की दस्तक से ग्रामीणों में दहशत है। इसके कुछ दिन पहले छिड़िया गांव से लगे कंडीपार, कोहका व झील पिपरिया गांव से लगे जंगल में बाघ का मूवमेंट देखा गया था। बाघ लगातार जंगल के इस क्षेत्र में मूवमेंट कर रहा है। घर में कैद हो रहे ग्रामीण – मुख्यालय से तकरीबन 10 किलोमीटर दूर छिड़िया, कोहका, कंडीपार व आसपास के गांवों के लोग शाम होने के बाद अंधेरा होते ही अपने घरों में कैद होने के लिए मजबूर हो गए हैं। ग्रामीण मवेशी चराने जंगल नहीं जा पा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि गांव से लगे जंगल में बाघ की दस्तक के कारण जनजीवन प्रभावित हो रहा है। मवेशी के लिए चारे की दिक्क्त हो गई है। गस्ती करा रहा वन विभाग – कुछ दिनों से कंडीपार, कोहका व छिड़िया गांव में बाघ के लगातार मूवमेंट होने से वन अमला इन गांवों में मुनादी करवा रहा है। साथ ही गश्ति बढ़ा दी गई है। ग्रामीणों को जंगल नहीं जाने की सलाह दी जा रही है। साथ ही रात होने पर घर से अकेले नहीं निकलने कहा जा रहा है। कर चुका शिकार – जिले के केवलारी क्षेत्र के कोपीझोला व खैरी गांव में बाघ एक महिला व एक बच्चे का शिकार कर चुका है। बंडोल रेंज के झीलपिपरिया के जंगल में बाघ का मूवमेंट करीब एक पखवाड़े से है। अधिकारियों ने कहा कि कई जगह बाघ के पगमार्क मिले हैं। इस मामले में पीपी टिटारे, सीएफ, दक्षिण सामान्य वन मंडल सिवनी ने कहा कि बुधवार को मुख्यालय से लगे छिड़िया गांव के जंगल में बाघ की हलचल देखा गया है। इसके पहले कंडीपार व झील पिपरिया गांव के पास जंगल में बाघ का मूवमेंट था। जंगल से लगे इन गांवों के ग्रामीणों को सतर्क करने मुनादी कराई गई है। उन्हें अकेले जंगल की ओर नहीं जाने की सलाह दी गई है।

