सिवनी। सड़कों पर बुलेट गाड़ी के सायलेंसर से शहर की सड़कों पर तेज रफ्तार से दौड़ रही बुलेट के पटाखे से लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। स्थिति यह है कि बुलेट से पटाखे व बंदूक की गोली की तरह निकलने वाली आवाज से लोग भ्रमित ही नहीं, बल्कि परेशान भी हो रहे हैं। इसी विषय को संज्ञान में लेते हुए मातृ शक्ति संगठन की यूथ विंग समर्पण युवा संगठन द्वारा जिला पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक से मिलकर शिकायत की यूथ विंग अध्यक्ष आशीष मानाठाकुर द्वारा बताया गया कि शाम ढलते ही कई बुलेट सवार युवा गैंग बनाकर सड़कों पर आतंक मचा रहे हैं। शहर के युवाओं में बुलेट का क्रेज तेजी से बढ़ता जा रहा है। कई युवा शहर की सड़कों पर बुलेड दौड़ाते व साइलेंसर से पटाखे जैसी आवाज निकालते हुए आसानी से देखे जा रहे हैं। शहर में कई मैकेनिक हैं जो बुलेट के साइलेंसर में एक डिवाइस फिट करते हैं। इन डिवाइस का एक बटन हॉर्न में लगा रहता है। इस बटन को दबाने से बुलेट के साइलेंसर से पटाखे की आवाज आती है। शहर की सड़कों पर जहां कहीं भी भीड़ होती है, युवक बुलेट से पटाखा छोड़ने लगते हैं। पटाखे की आवाज सुनकर कई बार लोग डर जाते हैं। इस संबंध में कई बार पुलिस से शिकायत भी कर चुके हैं और जगह-जगह खुली हैं बहुध्वनि हॉर्न लगाने की दुकानें प्राइवेट वाहनों के हॉर्न से निकलने वाली तेज आवाज कई तरह की परेशानियों व बीमारी का कारण बन सकती है। इसके पीछे जितने प्राइवेट वाहन जिम्मेदार हैं उतना ही वे दुकानें या वर्कशॉप जो वाहनों में ऐसे इंतजाम कर विभिन्न प्रकार की तेज आवाजों से युक्त हॉर्न बनाते हैं। इन पर भी कोई शिकंजा नहीं होने के कारण ऐसी दुकानों की संख्या शहर में बढ़ती जा रही है। एक समय था जब हॉर्न सुनकर ही किसी प्रशासनिक या पुलिस के आला अधिकारी के आने की आहट हो जाती थी, पर अब अमूमन प्रेशर हॉर्न बजते हुए सुने जाते हैं इतना ही नहीं बहुस्तरीय तेज हॉर्न की आवाज से परेशान होकर चौंकते हैं और इन वाहनों से भयभीत रहते हैं। डाक्टरों का कहना है कि ऐसे ही अनियंत्रित रूप से तेज आवाज से ध्वनि प्रदूषण के चलते लोग अपनी सुनने की क्षमता खो रहे हों, तो कोई आश्चर्य नहीं।शहर में प्राइवेट बसों, ट्रकों और अन्य निजी चार पहिया वाहनों में मनमाने ढंग से मानकविहीन हॉर्न लगाकर राह चलते अन्य लोगों को चौंकने और भयभीत होने पर विवश किया जा रहा है। तेज गति के साथ चलने वाले इन वाहनों के हॉर्न की आवाज से कई बार बच्चों-महिलाओं, साइकिल सवार व पैदल लोगों को चौंककर गिरते व दुर्घटनाग्रस्त होते देखा गया है। संगठन द्वारा पुलिस अधीक्षक से शिकायत कर आग्रह किया गया कि वाहनों को लेकर हो रही लापरवाही को अपने संज्ञान में लेते हुए उचित कार्यवाही करवाने का कष्ट करें ताकि किसी भी प्रकार की कोई दुर्घटना घटित ना हो। जिला पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक द्वारा मामले को समझने के बाद संगठन की आश्वस्त किया गया कि पुलिस प्रशासन द्वारा जल्द ही इस पर उचित कार्यवाही की जावेगी।