सिवनी। प्रशासन पूरे सिवनी को लॉकडाउन कहने का दम्भ जरूर भर रहा है किंतु नगरीय क्षेत्र में इसका असर उतना कारगर साबित नहीं हो रहा। बुधवारी और उसके आसपास के क्षेत्रों में आसानी से आप दो पहिया, चार पहिया वाहनों में लोगों को घूमते देख सकते हैं। साथ ही साथ इनमें से कुछ लोग तो बिना मास्क के भी घूम रहे हैं। देखा यह जा रहा है कि पिछले लॉकडाउन मे पुलिस बहुत सख्त थी, जब कोरोना संक्रमित ज्यादा नहीं थे ना ही कोई मृत्यु हुई थी। किंतु इस बार कोरोना के चलते कई मृत्यु भी हुई हैं। कोविड केसों की संख्या भी अधिक है पर पुलिस की नरमी समझ के परे है। पुलिस को कानून-व्यवस्था व्यवस्था बनाए रखने के लिए कई बार राजनीतिक रूप से हिदायत दी जा चुकी है किंतु ना तो सीमाएं सील की जा रही है और ना ही सख्ती प्रति जा रही हैं। इसी वजह से लोगों में कानून एवं व्यवस्था का भय पूरी तरह समाप्त हो गया है। भला हो इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, प्रिंट मीडिया व पोर्टल न्यूज का जब शमशाम घाट में शवों का ढेर, एक-एक मोक्षधाम में अंतिम संस्कारों के लिए लोगों को कतार में खड़ा होता दिखाया गया और जब लोगों ने अपने घरों में देखा तब कहीं जाकर कोरोनावायरस का ही थोड़ा भय जो कुछ लोगों को घर में थामे रखा है। वरना जैसी लापरवाही अब दिखाई दे रही है उससे आगे आने वाले समय में इस वायरस के कम होने की संभावनाएं कम ही दिखाई दे रही है।
अगर अभी से लोगों ने अपने पावों को नहीं थामा तो जल्द ही तीसरी लहर का प्रभाव पड़ेगा और अगर यही हाल रहे तो कोई आश्चर्य नही कि सिवनी में सबसे पहले पड़ेगा।
— — — — — — — — — — — — — — — — — — — — — ताजासमाचार पढ़ने के लिए न्यूज के नीचे दिए गए वाट्सएफ जवाइन निर्देश बॉक्स में दो बार क्लिक कर ग्रुप में ज्वाइन हो सकते हैं, या 94 2462 9494 सेव कर ज्वाइन की लिंक मांग सकते हैं। संतोष दुबे, सिवनी।