क्राइम देश मध्य प्रदेश सिवनी

कुल्हाड़ी से अपने परिवार के 8 लोगों की हत्या, खुद भी लगाई फांसी

सिवनी/छिन्दवाड़ा। पड़ोसी जिला छिंदवाड़ा के तहसील तामिया के बोदलकछार गांव में मंगलवार- बुधवार की रात करीब ढाई बजे मनोरोगी युवक दिनेश सरयाम ने परिवार के आठ सदस्यों की कुल्हाड़ी मारकर हत्या कर दी। उसने पास ही रहने वाले अपने ताऊ के 12 वर्षीय बेटे ईशू पर भी हमला किया। वह घायल हो गया लेकिन किसी तरह जान बचाकर भाग निकला। कुछ देर बाद आरोपित ने गांव के बाहर पेड़ पर फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। युवक ने परिवार के सदस्यों की हत्या क्यों की, इसकी वजह फिलहाल सामने नहीं आई है। मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने घटना की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं।

पुलिस अधीक्षक मनीष खत्री के अनुसार 21 मई को ही दिनेश की शादी हुई थी। बताया जा रहा है कि दिनेश की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। उसके मनोरोग का नर्मदापुरम में इलाज भी करवाया गया था। दिनेश ने पहले अपने कमरे में पत्नी वर्षों की हत्या की। इसके बाद बाहर सो रही मां सियाबाई, भाई सरवन, भाभी बरातोबाई और बहन पार्वती को मौत के घाट उतार दिया। मासूम बच्चों पर भी आरोपित ने दया नहीं दिखाई। पांच साल के भतीजे कृष्णा, तीन साल की भतीजी सेवंती और एक वर्ष की भतीजी दीपा की हत्या कर दी। दिनेश के ताऊ का घर उसके घर से 50 मीटर दूर है। दिनेश के हमले से भतीजे ईशू का जबड़ा कट गया है। उसे इलाज के लिए छिंदवाड़ा भेजा गया है। ईशू की दादी ने शोर मचाया तो आरोपित भाग निकला। शोर सुनकर ग्रामीण भी घटनास्थल पर पहुंच गए और पुलिस को सूचना दी गई।

स्वजन को दस लाख और घायल को पांच लाख रुपये की सहायता : दोपहर में प्रदेश की पीएचई मंत्री संपतिया उइके ने गांव पहुंचकर पीड़ित परिवार को सांत्वना दी। हादसे में परिवार की दो बहनें बच गईं हैं, जो अपनी-अपनी ससुराल में थीं। मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव की तरफ से परिवार को दस लाख और घायल को पांच लाख रुपये देने की घोषणा की गई है। मृतकों की अंत्येष्टि के लिए 10-10 हजार, तत्काल सहायता के तौर पर 50-50 हजार रुपये, घायल के प्रारंभिक इलाज के लिए 50 हजार रुपये का चेक पीएचई मंत्री ने पीड़ित परिवार की बहनों को सौंपा। वहीं पोस्टमार्टम के बाद सभी शवों को ग्राम बोदलकछार गांव भेजकर अंतिम संस्कार कर दिया गया गया।

रील बनाने का शौकीन था दिनेश सरयाम – ग्रामीणों के अनुसार दिनेश को रील बनाने का शौक था। उसने एक वर्षीय भतीजी दीपा के साथ कई रील भी बनाईं थीं। एक महीने पहले ही नर्मदापुरम से विवाह करने के लिए स्वजन ने बुलाया था। दिनेश का विवाह के तीन-चार दिन बाद से ही दिमाग खराब सा रहने लगा था। विदाई के बाद 27 मई को ही उसकी पत्नी वर्षा मायके से लौटी थी। स्वजन कल्लू सिंह के मुताबिक रात ढाई बजे के लगभग सभी सो रहे थे, तभी दिनेश ने ईशू पर हमला कर दिया था।

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