सिवनी। पति-पत्नी व बच्चों के बीच की गृहस्थी में मां की बार-बार की जाने वाली दखलंदाजी के चलते परिवार टूटने के कगार में पहुंच रहे हैं। ऐसा ही एक मामला शुक्रवार को परिवार परामर्श केंद्र में पहुंचा जहां पति ड्राइवरी करता है। शादी के 4 साल हो गए हैं, उनकी एक बच्ची भी है और पत्नी गर्भवती भी है। यहां माँ की दखलंदाजी से पति-पत्नी के बीच टकराव की स्थिति निर्मित हुई हालांकि पति ने बताया पत्नी ने बताया कि पति भी परेशान करता है भरण पोषण पूरा नहीं करता है वह बच्ची की परवरिश ठीक से नहीं करता है। परेशान पत्नी पिछले 6-7 माह से मायके में रह रही है। यहां काउंसलरों द्वारा दी गई समझाइए से दोनों साथ रहने राजी हुए।
परिवार परामर्श केंद्र प्रभारी ज्योति चौरसिया व काउंसलरों में मीरा नामदेव, कामता ठाकुर व छिद्धि श्रीवास ने कई घरों को टूटने से बचाया।
ज्योति चौरसिया ने बताया कि शुक्रवार को 25 प्रकरण रखे गए थे। जिसमें से 15 प्रकरणों में समझौता हुआ। जिन प्रकरणों में समझौता नहीं हुआ उन्हें न्यायालय शरण दी गई, वहीं एक अन्य प्रकरण में पति जेठानी की बात मानता है। जिसके चलते जेठानी और बहू के बीच छोटी-छोटी बातों में वाद-विवाद होता है वही पति ने बताया कि जेठानी किसी भी मामले में समझाने की बात करती है, लेकिन बहू को यह बात अच्छी नहीं लगती है। आज सभी को बुलाया गया जहां पति ने कहा मैं अपने भाई और भाभी को समझाऊंगा सभी ने समझौता कर साथ रहने की बात कही।
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