सिवनी। लगभग 170 साल पहले सन 1853 में जयपुर से नागपुर की ओर बैलगाड़ी पर निर्माणकर्ता शिल्पकार के साथ जा रही भगवान पार्श्वनाथ की प्रतिमा सिवनी में ऐसी रूकी कि फिर आगे ना बढ़कर यही मंदिर जी में विराजमान होकर बड़े बाबा के नाम से पूजित हो रही है।समाज की भावनाओं के अनुरूप पूज्य आर्यिका दृढ़मति माताजी की प्रेरणा से भगवान की संगमरमर की वेदिका पर चांदी चढ़ाई गई है।
पिछले साल आचार्य विशुद्धसागर महाराज के सुशिष्य मुनि आदित्यसागर के चातुर्मास में मुनिसंघ के सानिध्य में लोगों ने बढ़चढ़ कर वेदिका हेतु चांदी की घोषणा की थी। इसके फलस्वरूप चांदी की सुंदर वेदिका निर्मित की गई है। 5 अप्रैल की सुबह बड़े बाबा इस चांदी की वेदिका पर विराजित हो गए हैं।प्रतिमा को स्थापित करने का सौभाग्य सेठ नंदन कुमार, आनंद कुमार परिवार को प्राप्त हुआ। साथ ही मंदिर में ही पूज्य मुनि आदित्यसागर की प्रेरणा से रत्नमयी जिन प्रतिमाओं की स्थापना पंचकल्याणक पूर्वक होने जा रही है।
इस संदर्भ में पंचकल्याणक समिति के संयोजक सुदर्शन बाझल ने बताया कि, मुनिसंघ के सानिध्य व ग्वालियर के पं. अजित के निर्देशन में पंचकल्याणक के प्रमुख पात्रों का चयन किया गया है। इसमें सौधर्म इन्द्र के रूप में संजय नायक, कुबेर के पद पर सुनील सेठ, महायज्ञ नायक सेठ प्रणय जैन, नेमिराजुल का पद यतेन्द्र वर्षा पटेल, यज्ञ नायन मिल बाझल, ऐशान इन्द्र नीरज जैन, सानत इन्द्र सुरेश राजश्री जैन, माहेन्द्र वैभव दिवाकर, श्रीकृष्ण के पद पर प्रभात वीडी जैन, बलराम के पद पर पारस सनमते जैन को सौभाग्य मिला है। समारोह के मुख्य ध्वजारोहणकर्ता संजयदास जैन परिवार रहेंगे।जबकि बड़े बाबा की छत्र स्थापना व मुख्य मंगलकलश स्थापना नीलेन्द्र जैन छपारा परिवार को प्राप्त हुआ। पंचकल्याणक में तीर्थकर भगवान के माता-पिता बनने का सौभाग्य आशीष जैन भैरोगंज को प्राप्त हुआ।
18 से 23 अप्रैल तक होंगे आयोजन – दिंगबर जैन समाज द्वारा श्री 1008 भगवान नेमीनाथ जिन विम्ब महोत्सव व विश्व शांति महायज्ञ वेदी प्रतिष्ठा का कार्यक्रम 18 से 23 अप्रैल तक मिशन बालक हायर सेकंडरी सकूल मैदान में आयोजित किया गया है।कार्यक्रम में नागपुर, जबलपुर, छतरपुर, इंदौर, भोपाल, रायपुर सहित अनेक स्थानों से लोग शामिल होंगे।भगवान के जन्म से लेकर देहत्याग कर भगवान बनने तक की क्रिया इस पांच दिनों में देखने को मिलेगी।
— — — — — — — — — — — — — — — — — — — — — ताजासमाचार ग्रुप से जुड़ने लिंक मांग सकते हैं। वाट्सएफ नम्बर 94 2462 9494 से । या न्यूज के नीचे जाए और दिए गए वाट्सएफ जवाइन निर्देश बॉक्स में दो बार क्लिक कर ग्रुप में ज्वाइन हो सकते हैं। संतोष दुबे, सिवनी।