सिवनी। संस्कृत भारती महाकौशल प्रान्त का द्वि दिवसीय प्रान्तीय कार्यकर्ता सम्मेलन संस्कृत भारती महाकौशल प्रान्त एवं महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर में सम्पन्न हुआ।
जिसमे उद्घाटन सत्र मे मुख्य अतिथि महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान अध्यक्ष ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन मे कहा कि आज संस्कृत को आचरण व व्यवहार मे लाने की आवश्यकता है, क्योंकि संस्कृत ही वह भाषा है जो वसुधैव कुटुम्बकम का पाठ पढ़ाती है, जिसको आत्मसात करके व्यक्ति सांसारिक कलह से मुक्ति प्राप्त कर सुखमय जीवन यापन कर सकता है।
संस्कृत भारती मध्य क्षेत्र संगठन मंत्री प्रमोद पण्डित ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि कार्य करने की विशिष्ट शैली हमे समाज मे, राष्ट्र मे और विश्व मे स्थापित करती है। यह सिद्धांत सम्पूर्ण विश्व मे केवल संस्कृत भारती ने ही प्रतिपादित किया है। कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए कार्यकर्ताओं को आगामी कार्यक्रम की योजनाओं से परिचित कराया गया।
कार्यक्रम मे प्रान्ताध्यक्ष प्रोफेसर राधिका प्रसाद मिश्र, प्रान्त संगठन मंत्री डॉ जागेश्वर पटले, प्रान्त मंत्री डॉ. कीर्ति कुमार त्रिपाठी उपस्थित थे। कार्यक्रम मे सिवनी विभाग संयोजक अखिलेश श्रीवास्तव ने आगामी समय मे विभाग मे होने वाले कार्यक्रमो का वृत्त प्रस्तुत किया। कार्यक्रम जिला महिला प्रमुख सरिता आन्धवान, जिला प्रचार प्रमुख भगवान दास आन्धवान, निलय ऐडे, हितेश जैन और अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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