Breaking
21 Dec 2025, Sun

तीसरी लहर के संक्रमण के साथ ब्लैक फंगस का मिला पहला रोगी

सिवनी। तीसरी लहर के संक्रमण के साथ ब्लैक फंगस का मिला पहला रोगी मिला है। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संजय काला ने बताया कि 45 वर्षीय रोगी कैंट क्षेत्र का रहने वाला है। उसे डायबिटीज भी है। रोगी की आंख में तकलीफ है। जांच में यह कोरोना संक्रमित मिला है। 

कोरोना संक्रमित ब्लैक फंगस का पहला रोगी सोमवार को हैलट में भर्ती हुआ है। उसकी एक आंख और नाक में संक्रमण फैला हुआ है। कोरोना की तीसरी लहर में संक्रमण के साथ ब्लैक फंगस का यह पहला रोगी है। वैसे ब्लैक फंगस के इक्का-दुक्का रोगी पूरे साल अस्पताल में आया करते हैं। वर्तमान में कोरोना संक्रमित छह रोगी हैलट और दो कांशीराम में भर्ती हैं।

जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संजय काला ने बताया कि 45 वर्षीय रोगी कैंट क्षेत्र का रहने वाला है। उसे डायबिटीज भी है। रोगी की आंख में तकलीफ है। जांच में यह कोरोना संक्रमित मिला है। माना जा रहा है कि डायबिटीज की वजह से उसे ब्लैक फंगस जल्दी हो गया। रोगी को ब्लैक फंगस वार्ड में भर्ती करके इलाज शुरू कर दिया गया है। अभी हैलट में कोरोना संक्रमित कोई भी मरीज वेंटिलेटर पर नहीं है। दो रोगियों को ऑक्सीजन पर रखा गया है। एक रोगी को हेपेटाइटिस है।

कानपुर में कोरोना संक्रमण का फैलाव एक के बाद दूसरे मोहल्ले को अपनी गिरफ्त में ले रहा है। संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है तो तेजी के साथ स्वस्थ भी हो रहे हैं। आईआईटी, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज और दूसरे शिक्षण संस्थानों समेत कोरोना का संक्रमण विभिन्न क्षेत्रों में फैलता जा रहा है। यहां लगातार कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं।

रविवार को मिले संक्रमित मरीजों में जूनियर डॉक्टर भी शामिल हैं। संक्रमितों में बूढ़े, बड़े, बच्चे और महिलाएं सभी हैं। ज्यादातर का इलाज होम आइसोलेशन में चल रहा है। संक्रमितों को हैलट और मान्यवर कांशीराम अस्पताल में भर्ती भी किया जा रहा है। ज्यादातर मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत नहीं है। स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने 7010 कोरोना संदिग्धों की सैंपलिंग की है। सैंपल आरटीपीसीआर जांच के लिए भेजे गए हैं। साथ ही जो कोरोना पॉजिटिव आए हैं, उनकी जीनोम सीक्वेंसिंग कराई जा रही है

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *