सिवनी। जबलपुर से सिवनी होते नागपुर जाने आने वाले भारी वाहनों, बसों की आवाजाही शुरू हो गई है। मोहगांव से खवासा के बीच कुरई घाटी में टू लेन को यातायात के लिए 10 जनवरी से खोल दिया गया। लगभग आठ माह बाद सिवनी-नागपुर हाइवे पर भारी वाहन ट्रक, कंटेनर, यात्री बसें व अन्य वाहन सड़क पर दौड़ते नजर आए। इससे यात्रियों सहित इस पर चलने वाले वाहन चालकों को बड़ी राहत मिली है। एनएच 44 पर वाहनों की आवागमन शुरू होने से डायवर्ड मार्ग सिवनी-अरी-कटंगी पर दौड़ने वाले वाहनों की संख्या में कमी आ गई है। हाइवे के बंद होने के कारण लोगों को कटंगी अथवा छिंदवाड़ा से होते हुए नागपुर जाना आना पड़ रहा था। सड़क सपाट होने के बाद वाहनों की रफ्तार बढ़ गई है। ऐसे में हाइवे में हादसों की संभावना बढ़ गई है। कुछ हिस्से में फोरलेन का निर्माण कार्य जारी हैं। ऐसे में कई बार वन्यप्राणी भी जंगल से भटकते हुए नेशनल हाइवे पर आ जाते हैं, जो हादसों का कारण बन सकते है। वन्यप्राणियों की सुरक्षा के लिए कुरई घाटी में बनाए गए अंडरपास से होकर रविवार को भारी वाहन निकले। हालाकि कुछ स्थानों पर निर्माण कार्य चल रहा है। इसलिए चार स्थानों पर वाहनों टूलेन में लेफ्ट से राइट होकर निकालना पड़ रहा है। मोहगांव-खवासा के बीच फोरलेन पर कुरई घाटी के सेक्शन में वाहनों की स्पीड 40 किमी प्रति घंटा तय की गई है। लेकिन चौपहिया वाहनों 100 किमी की दफ्तार से दौड़ रहे है। एनएचएआई ने वाहन चालकों से नेशनल हाइवे 44 पर नियंत्रित रफ्तार से चलने कहा है।
सिवनी से अरी-कटंगी मार्ग से निकल रहे वाहनों की चैकिंग के लिए आरटीओ द्वारा आमागढ़ में चैक पोस्ट बनाया गया था। नेशनल हाईवे शुरू होने के बाद अब इस चैक पोस्ट को हटाने की मांग क्षेत्रवासियों द्वारा की जा रही है, ताकि इस मार्ग से निकले वाले वाहनों को अनावश्यक चैकिंग की समस्या से निजात मिल सके। इस मामले ने कुरई थाना प्रभारी मनोज गुप्ता ने बताया कि सभी तरह के वाहनों के लिए सिवनी-नागपुर फोरलेन पर टू-लेन सड़क को खोल दिया गया है। ट्रक, कंटेनर सहित भारी वाहन व यात्री बसें रविवार से इस मार्ग पर दौड़ने लगे है। किसी भी वाहन को नहीं रोका जा रहा है।

