सिवनी। नगर के कोतवाली के समीप निवासरत युवती कौन बनेगा करोड़पति (केबीसी) में पहुंची। छात्रा अमृता त्रिवेदी जीती राशि साढ़े 12 लाख रुपये से आगे की पढ़ाई पूरी कर राज्य प्रशासनिक सेवा (सिविल सर्विसेस) में शामिल होने का सपना पूरा करना चाहती हैं। तीन साल की उम्र में अमृता के पिता वीरेंद्र त्रिवेदी का स्वर्गवास हो गया था। ऐसे में बाल सुधारालय गृह में प्रहरी मां शांति त्रिवेदी पर अमृता सहित दो बड़ी बहनों के पालन पोषण की जिम्मेदारी आ गई। मुश्किल हालात व चुनौतियों का सामना करते हुए वह इस मुकाम तक पहुंची हैं। बीकॉम की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह चार्टट एकाउंटेंट (सीए) बनना चाहती थीं, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। अब तक एमपी पीएससी की तैयारी कर रही हैं। कौन बनेगा करोड़पति की हॉट सीट तक पहुंचीं अमृता त्रिवेदी ने बताया कि वह फिलहाल शहर के निजी कॉलेज से कॉलेज से डीएलएड सेकंड ईयर की पढ़ाई कर रही हैं। साल 2016 में एमकॉम की पढ़ाई पूरी की। केबीसी में पहुंचने साल 2013 में भोपाल में ऑडिशन दिया था, लेकिन तब वह आगे नहीं पहुंच पाई थीं। सात साल बाद कोरोना महामारी के दौरान केबीसी की चयन प्रक्रिया ऑनलाइन होने से उन्हें काफी आसानी हुई। अमृता की मां शांति त्रिवेदी सिवनी बाल सुधारालय गृह में प्रहरी मां शांति त्रिवेदी पर अमृता सहित दो बड़ी बहनों के पालन पोषण की जिम्मेदारी आ गई। मुश्किल हालात व चुनौतियों का सामना करते हुए वह इस मुकाम तक पहुंची हैं। बीकॉम की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह चार्टट एकाउंटेंट (सीए) बनना चाहती थीं, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। अब तक एमपी पीएससी की तैयारी कर रही हैं।
अमृता ने बताया कि वह फिलहाल शहर के निजी कॉलेज से कॉलेज से डीएलएड सेकंड ईयर की पढ़ाई कर रही हैं। साल 2016 में एमकॉम की पढ़ाई पूरी की। केबीसी में पहुंचने साल 2013 में भोपाल में ऑडिशन दिया था, लेकिन तब वह आगे नहीं पहुंच पाई थीं। सात साल बाद कोरोना महामारी के दौरान केबीसी की चयन प्रक्रिया ऑनलाइन होने से उन्हें काफी आसानी हुई। अमृता की मां शांति त्रिवेदी सिवनी बाल सुधारालय गृह में प्रहरी पद पर पदस्थ हैं। ऐसे में ऑडिशन के लिए जिले से बाहर जाना मुश्किल होता था। चार व पांच जनवरी को प्रसारित कार्यक्रम में अमृता ने कौन बनेगा करोड़पति में इनामी राशि जीती है। कार्यक्रम की रिकार्डिंग पिछले माह 16 दिसंबर को मुंबई में हुई थी।
अमृता की मां शांति त्रिवेदी ने बताया कि बाल सुधारालय गृह पेंटिंग कला निर्देशक (इंस्टेक्टर) के पद पर तैनात पति की मौत के बाद एक साल तक उन्होंने 900 रुपये की मासिक पेंशन पर गुजारा किया। तीन बेटियों की पढ़ाई-लिखाई व घर खर्च को देखते हुए उन्होंने साल 1997 में सुधारालय के प्रहरी पद पर अनुकंपा नियुक्ति ली, ताकि बेटियों की परवरिश ठीक से हो सके। सर्विस व घर की जिम्मेदारी संभालते हुए उन्होंने तीनों बेटियों को पढ़ाकर काबिल बनाया। छोटी बेटी अमृता ने कौन बनेगा करोड़पति के प्रोग्राम में पहुंचकर परिवार व जिले का गौरव बढ़ाया है। बेटी की कामयाबी से पूरे परिवार में खुशी का माहौल है। पिता के सर्विस में आने के बाद 23 सालों से परिवार सिवनी के बाल सुधारालय कालोनी में निवासरत है। दो बड़ी बहनों का विवाह हो चुका है। अमृता ने बताया कि मां शांति त्रिवेदी व परिवार के सदस्यों से मिले हौसले के कारण वह कौन बनेगा करोड़पति की हॉट सीट तक पहुंच पाई हैं।
अमृता ने बताया कि सदी के महानायक अभिताभ बच्चन से मिलना बेहतरीन अनुभव रहा। महानायक अमिताभ बच्चन के सामने हॉट सीट पर बैठाना एक अविस्मरणीय अनुभव रहा है। उनका व्यक्तित्व बहुत ही सरल व सहज है। महानायक का ऑटोग्राफ (हस्ताक्षर) वाला प्रामोशन चेक अमृता ने बहुत संभालकर रखा है। इतनी बड़ी हस्ती के बीच पहुंच कर मिले अनुभव को वह जिंदगी भर नहीं भुला सकेंगी। केबीसी के ऊंचे मुकाम पर पहुंची छात्रा अमृता त्रिवेदी का जीवन सादगी से भरा है। छोटे से सरकारी क्वार्टर में अमृता अपनी मां शांति त्रिवेदी के साथ रहती हैं। सिविल सर्विसेस में जाने छात्रा अमृता पिछले कई सालों से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही थीं। जनरल नॉलेज से जुड़े प्रश्नों की तैयारी का फायदा कौन बनेगा करोड़पति में अमृता को मिला है।