सिवनी। जिले में मानसून की बारिश शुरू हो चुकी है जिसके चलते शहरी क्षेत्र में शुक्रवार को दोपहर लगभग तीन घंटे हुई बारिश में शासकीय स्कूलों की व्यवस्थाओं की कलई खोल कर रख दी है। स्कूल परिसर से लेकर स्कूल के अध्ययन कक्ष, कार्यालय में पानी ही पानी भरा रहा। एक और शासकीय स्कूलों में दर्ज संख्या बढ़ाने का जोर दिया जा रहा है तो वही शासकीय स्कूलों की ऐसी दुर्दशा देख अभिभावक अपने बच्चों को ऐसे स्कूलों में दाखिला कराने से कतरा रहे हैं। जिसके चलते स्कूलों में दर्ज संख्या में जहां कमी बनी हुई है वही जो बच्चे पढ़ने आ रहे हैं उनकी पढ़ाई भी नहीं हो पा रही है।
शहर के बीचो-बीच स्थित प्राइवेट बस स्टैंड के पीछे भगत सिंह वार्ड स्थित शासकीय प्राथमिक शाला हड्डी गोदाम सिवनी के छोटे से परिसर में दो स्कूल लग रहे हैं। इन दोनों स्कूलों के कमरों, कार्यालय, बरामदे व परिसर खेल मैदान में शुक्रवार को हुई जरा सी बारिश होने पर सभी जगह पानी ही पानी भर गया था। स्कूलों का सामान डेक्स, बेंच में रखना पड़ा। यहां पदस्थ शिक्षिकाएं भी खासी परेशान नजर आई।
कई वर्षों से भर रहा पानी – हड्डी गोदाम स्थित शासकीय स्कूल परिसर में बस स्टैंड के ऊपरी इलाकों में बारिश का पानी निचले क्षेत्रों में भरता है। जिसके चलते स्कूल परिसर भी लबालब भर जाता है। वही स्कूल के सामने नाली तो बनी है लेकिन बारिश का पानी स्कूल परिसर से नाली में नहीं जा पता है। जिसके चलते पानी भरा रहता है। हर बरसात में यही समस्या कई वर्षों से बनी रहती है। इसकी जानकारी नगर पालिका प्रशासन समेत जनप्रतिनिधियों को कई बार दी जा चुकी है लेकिन विद्यार्थियों के हित के लिए शासन-प्रशासन किसी ने गंभीरता से ध्यान नहीं दिया।
पुस्तक हो रही गीली – स्कूल के एक कमरे में बीआरसी द्वारा यहां विद्यार्थियों के वितरण के लिए बड़ी संख्या में पुस्तक रखी हैं लेकिन कमरों में सीपेज और जल भराव के चलते पुस्तके भी बर्बाद हो रही हैं। वहीं बरामदे में भी पानी भरने से सभी परेशान हैं। इसके साथ ही अन्य शेष दो कमरों की स्थिति भी ठीक नहीं है।
दूसरे स्कूल की स्थिति भी खराब – स्कूल परिसर में शासकीय माध्यमिक शाला कस्तूरबा वार्ड स्कूल भी पिछले 4 साल से लग रहा है। यह स्कूल पहले स्वयं के शाला भवन में लगा करती थी लेकिन उक्त स्थान पर मटन मार्केट बनाए जाने से स्कूल हड्डी गोदाम क्षेत्र में स्थित शासकीय प्राथमिक शाला हड्डी गोदाम परिसर के अतिरिक्त दो कमरों में लग रहा है। यहां भी शाला भवन के कमरों में बारिश का पानी भर जाता है। यहां कक्षा छठवीं से आठवीं के छात्र-छात्राएं पढ़ाई करते हैं।
दोनों स्कूलों में दर्ज संख्या कम – शासकीय माध्यमिक शाला कस्तूरबा वार्ड में कक्षा छठवीं, सातवीं और आठवीं की पढ़ाई होती है लेकिन यहां वर्तमान में विद्यार्थियों की दर्ज संख्या मात्र 11 है। वही शासकीय प्राथमिक शाला हड्डी गोदाम में कक्षा पहली से कक्षा पांचवी तक इन पांच कक्षाओं में भी मात्र 20 विद्यार्थियों की ही दर्ज संख्या है। स्कूल की यही दुर्दशा के चलते यहां अभिभावक अपने बच्चों का दाखिला करने से बच रहे हैं। जिसके कारण स्कूलों में दर्द संख्या काफी कम है।
इनका कहना है
स्कूल के कमरों और परिसर में बारिश का पानी भरने की जानकारी मिली है। मैं अभी दिखवाता हूं और उचित व्यवस्थाएं बन सके इसके लिए शीघ्र ही काम किया जाएगा। महेश बघेल डीपीसी, सिवनी।
ताजासमाचार ग्रुप से जुड़ने लिंक मांग सकते हैं। वाट्सएफ नम्बर 94 2462 9494 से । या न्यूज के नीचे जाए और दिए गए वाट्सएफ जवाइन निर्देश बॉक्स में दो बार क्लिक कर ग्रुप में ज्वाइन हो सकते हैं। संतोष दुबे, सिवनी।