बलिदानी कार्यवाहक प्रधान आरक्षक के स्वजनों काे अब तक ना न्याय मिला ना घोषणा के एक करोड़ रुपये मिले
सिवनी। डूंडासिवनी थाना में पदस्थ कार्यवाहक प्रधान आरक्षक राकेश ठाकुर की गोली मारकर हत्या करने वाले आरोपित तक पुलिस अब तक नहीं पहुंच पाई है।फरार आरोपित की गिरफ्तारी के लिए नकद इनाम भी घोषित किया गया है।फिर भी चार माह से ज्यादा का समय बीतने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली है।
बीते 18 जनवरी की रात डूंडासिवनी थाना पुलिस की टीम विभिन्न अपराधों में लिप्त आरोपितों को पकड़ने छिंदवाड़ा वायपास के पास गई थी।इसी दौरान एक आरोपित ने गोली चला दी थी जो कार्यवाहक प्रधान आरक्षक राकेश ठाकुर को लगी थी।इससे उनकी उपचार के दौरान मौत हो गई थी।घटना पर प्रदेश सरकार ने उन्हें बलिदानी का दर्जा तो दे दिया है लेकिन उनके हत्यारे को अब तक नहीं पकड़ा जा सका है।
सिर्फ घोषणा, नहीं मिली श्रद्धा निधि की राशि – इस घटना पर मुख्यमंत्री डाक्टर मोहन यादव ने अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए अपने प्राणों का बलिदान करने वाले कार्यवाहक प्रधान आरक्षक राकेश ठाकुर के बलिदान पर शोक संवेदना व्यक्त किया था।साथ ही उन्होने पुलिस कर्मी को शहीद का दर्जा देने और राज्य सरकार द्वारा स्वजनों को श्रद्धा निधी के रूप में एक करोड रुपये की राशि प्रदान करने के साथ-साथ परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की थी।इसके अलावा हत्या करने वाले फरार आरोपित को जल्द ही गिरफ्तार करने की बात कही थी।इन घोषणाओं में से अब तक बलिदानी के पुत्र को अनुकंपा नियुक्ति तो दे दी गई है लेकिन श्रद्धा निधि के रूप में एक करोड़ रुपये बलिदानी के स्वजनों को नहीं मिले है।स्वजनों के अनुसार राज्य सरकार से श्रद्धा निधि की स्वीकृति नहीं मिलने के कारण अब तक उन्हें यह राशि नहीं मिली है।
कई जिलों, राज्यों में जा चुकी है पुलिस – कार्यवाहक प्रधान आरक्षक की हत्या के आरोपित को पकड़ने के लिए पुलिस की विभिन्न टीमें आसपास के जिलों के साथ महाराष्ट्र, भिंड और उत्तर प्रदेश के अलावा अन्य राज्यों में जा चुकी है।हर जगह से पुलिस की टीमें खाली हाथ लौटी है।हत्यारे को पकड़ने के लिए पहले 10 हजार रुपये और फिर इसे बढ़ाकर 30 हजार रुपये का इनाम घोषित किया जा चुका है।जानकारी के अनुसार मुख्य आरोपित को पकड़ने के लिए जो टीम बनाई गई थी वह अब यथावत अपना काम थानों में कर रही है।मुखबिर, सायबरसेल की मदद भी आरोपित का सुराग लगाने में सहायक नहीं बन पाई है।
यह थी घटना – डूंडासिवनी थाना अंतर्गत महाराणा प्रताप नगर के एक घर में चाेरी की घटना की जांच में पुलिस को अलग-अलग जिलों में रैकी कर चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले चोर गिरोह का सुराग मिला था।चोर गिरोह की लोकेशन मिलने पर 18 जनवरी की रात नाकाबंदी कर डूंडासिवनी पुलिस टीम मौके पर गई थी।काेतवाली थाना क्षेत्र के छिंदवाड़ा रोड़ वैनगंगा नदी पुल के पास डूंडासिवनी पुलिस की दो टीमें चोर गिरोह काे पकड़ने गई थी।चार पुलिस कर्मियों के दल में शामिल कार्यवाहक प्रधान आरक्षक राकेश ठाकुर ने मौके पर पहुंचकर चोर गिरोह के तीन आरोपितों को पकड़ लिया था।चोर गिरोह में शामिल भिंड निवासी चौथे आरोपित रामगणेश गुर्जर ने अपने साथियों को बचाने कार्यवाहक प्रधान आरक्षक राकेश ठाकुर पर रिवाल्वर से गोली चलाकर मौके से फरार हो गया था।तब से अब तक फरार हत्यारे रामगणेश तक पुलिस नहीं पहुंच पाई है।
इनका कहना है – कार्यवाहक प्रधान आरक्षक राकेश ठाकुर के हत्यारे रामगणेश गुर्जर को पकड़ने के लिए पुलिस टीमे भिंड, उत्तर प्रदेश समेत अन्य स्थानों पर जाकर आ चुकी हैं।अब तक हत्यारे का कोई सुराग नहीं लगा है।उसे जल्द से जल्द पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं। सतीश तिवारी, थाना प्रभारी, कोतवाली
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