सिवनी। कृषि विज्ञान केंद्र, सिवनी के दर्पण सभागार में आज सोमवार 22 मार्च 2021 को विश्व जल दिवस का आयोजन केंद्र के प्रमुख डा. एन.के. सिंह की अध्यक्षता में किया गया। जिसमें जिले से लगभग 64 पुरूष एवं महिलाओं ने भाग लिया। विश्व जल दिवस के इस अवसर पर कृषि विज्ञान केंद्र, सिवनी के मृदा वैज्ञानिक, डॉ. के. के. देशमुख ने इस अवसर पर जल के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि विश्व में उपलब्ध जल की मात्रा का 3 प्रतिषत भारत में उपलब्ध है। जबकि विश्व की 17 प्रतिषत जनसंख्या भारत में रहती है। अतः इन परिस्थितियों में जल जो कि एक प्राकृतिक संसाधन है का सभी को समुचित उपयोग करना अति आवष्यक है भारत में लगभग 400 मिलियन हे. मीटर वर्षा होती है। जिसमें से 215 मिलियन हे. मीटर जल भूमि द्वारा अवशेषित होता है जबकि 115 मिलियन हे. जल बहकर नदी नालों के माध्यम से समुद्र में चला जाता है एवं 70 मिलियन हे. मीटर जल वाष्पीकरण के द्वारा नष्ट हो जाता है। इन परिस्थितियों में चाहे वह औद्योगिक दृष्टि से हो या कृषिगत आवश्यकता हो या सामान्य जीवन की आवश्यकता हो सभी परिस्थितियों में जल का समुचित उपयोग हेतु वैज्ञानिक विधियों का उपयोग करते हुए पानी की बचत करने की आवष्यकता है। इस कार्यक्रम में कृषि विज्ञान कंेद्र, के समस्त वैज्ञानिक एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।