सिवनी। बाल रूप हनुमान मंदिर में 14 वां पाटोत्सव पर्व का आयोजन रविवार को विभिन्न् धार्मिक कार्यक्रमों के साथ मनाया गया। साथ ही परंपरा अनुसार इस दिन पाटोत्सव के साथ ही द्विपीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज का 74 वां दंड सन्यास दीक्षा जयंती समारोह भी मनाया गया। सुबह 5 बजे मंदिर के गर्भगृह में अभिषेक प्रारंभ हुआ। इसके बाद पूजन, श्रृंगार व आरती की गई। इस कार्यक्रम के बाद सुबह 11 बजे हवन का आयोजन किया गया। शाम 5 बजे से महा प्रसाद वितरण का आयोजन भी किया गया। मंदिर में सुन्दर कांड का पाठ, कन्या भोज कराया गया।

मंदिर के पाटोत्सव के इन कार्यक्रमों की श्रखंला में शाम को आरती के बाद रात 8 बजे द्विपीठाधीश्वर जगतगुरु महाराज स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती का पादुका पूजन कार्यक्रम हुआ। इस कार्यक्रम को संपन्न् कराने के लिए गुरु आश्रम की ओर से मातृधाम के पीठ प्रबंधक पंडित धर्मवीर अजीत तिवारी उपस्थित रहे।

जनवरी 2008 में इस प्राचीन और प्रतिष्ठित मंदिर में कुंभ अभिषेक के रूप में एक ऐतिहासिक धार्मिक आयोजन हुआ था। इस कार्यक्रम में स्वयं जगतगुरु स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज भी शामिल रहे थे। तभी से मंदिर के कुंभ अभिषेक दिवस को पाटोत्सव के रुप में मनाए जाने के साथ ही महाराजश्री के दंड सन्यास दीक्षा जयंती को मनाए जाने की परंपरा रखी गई है।

मंदिर समिति ने यह बताया कि इस वर्ष कोरोना की महामारी के दौरान यह पर्व पड़ा इसलिए आवश्यक सावधानियों को ध्यान रखते हुए इस वर्ष कार्यक्रम को सादे तरीके से मनाया गया।
