सिवनी। भगवान की भक्ति निश्छल मन से करना चाहिए। भगवान की पूजापाठ, भक्ति में दिखावा नहीं होना चाहिए। भागवत प्रदर्शन नहीं, सत्य, प्रेम, करुणा है। उक्तआशय की बात कथावाचक पंडित सुनील शास्त्री ने भोमा बंजारी के समीपस्थ गांव बरेलीपार माल में चल रही सार्वजनिक श्रीमद् भागवत महापुराण में श्रद्धालु जनों से कहीं। उन्होंने आगे कहा कि मनुष्य का यह गुण होता है कि जो उसके साथ भलाई करता है उसे तो वह याद नहीं करता लेकिन बुराई करने वालों को वह हमेशा याद रखता है। यही स्थिति मानव के पतन का कारण भी बनती है। हमें भलाई करने वालों के प्रति हमेशा कृतज्ञ रहना चाहिए।
सिवनी से भोमा रोड 12 किलोमीटर स्थित श्री दुर्गा मंदिर प्रांगण गांव बरेलीपार माल में श्रीमद् भागवत महापुराण का आयोजन 6 जनवरी से शोभायात्रा, कलश स्थापना, पीठपूजन के साथ शुरू किया गया। 7 जनवरी से 13 जनवरी 2021 तक भागवत कथा का आयोजन होगा। कथा प्रतिदिन दोपहर 1:30 बजे से 4:30 बजे तक सुनाई जा रही है। श्रीमद् भागवत महापुराण का समापन 14 जनवरी को होगा।