सिवनी। पौथी पढ़ने वाले ही संत नहीं हो सकते है, केवल माला धारण करने वाले संत नहीं है। एक साधारण व्यक्ति भी संत हो सकता है। संत होना स्वभाव से नहीं, शरीर से नहीं, मन से होना चाहिए। जिस व्यक्ति के हृदय में समाज के कल्याण करने की भावना आ जाए, जिस व्यक्ति के मन […]