नगरीय क्षेत्र में भी पनप रहे डेंगू फैलाने वाले मच्छर, शास्त्री वार्ड में मिल चुका है डेंगू का मरीज
सिवनी। मौसम में बदलाव और रूक-रूककर हो रही बारिश के कारण डेंगू फैलाने वाले मच्छर पनप रहे हैं। डेंगू के डंक के कारण अब तक मलेरिया विभाग के रिकार्ड के अनुसार सात मरीज सामने आये हैं। वहीं निजी पैथालॉजी लैब में अनेक लोग डेंगू पॉजिटिव मिल रहे हैं।
डेंगू के मामले बढऩे के साथ ही मलेरिया विभाग हरकत में आ गया है। जिन स्थानों पर डेंगू पॉजिटिव मरीज अब तक मिले हैं वहां धुआं व दवाओं का छिडक़ाव विभाग ने कराया है। साथ ही लार्वा विनिष्टीकरण का कार्य भी कराया जा रहा है।
खाली प्लाटों में भरा पानी, बढ़ रहे मच्छर
शहर की अविकसित कॉलोनियों में खाली पड़े प्लाटों में बारिश व घरों से निकलने वाला पानी कई दिनों तक जमा हो रहा है। इसी पानी में डेंगू व मलेरिया जैसी घातक बीमारी फैलाने वाले मच्छर उत्पन्न हो रहे है।
शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी नाली व ड्रेनेज सिस्टम का आभाव है। इससे पानी की निकासी नहीं होने के कारण मच्छरों की संख्या बढ़ रही है। शहरी क्षेत्र में नगरपालिका और ग्रामीण क्षेत्रों में लार्वा विनिष्टीकरण के लिए मलेरिया विभाग की जिम्मेदारी हैं। दोनों ही विभागों ने कीटनाशक और फॉगिंग मशीन के भरपूर उपयोग का दावा कर रहे हैं।
वायरल फीवर के मरीजों की संख्या भी बढ़ी
जिला अस्पताल के आंकड़ों के अनुसार हाल ही में छपारा ब्लॉक में डेंगू का मरीज मिला है। वहीं शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में जगह-जगह पानी भरने के कारण नगरीय क्षेत्र के शास्त्री वार्ड में भी डेंगू का एक मरीज मिल चुका है। शहर की अधिकांश कॉलोनियों में अधिकांश सडक़ व नालियों में पानी बह रहा है। खुले प्लॉटों में महीनों से पानी का जमाव हो रहा है,जिसमें घातक बीमारी फैलाने वाले मच्छर उत्पन्न हो रहे है। ऐसे में फिर डेंगू व मलेरिया के मरीजों की संख्या बढ़ सकती है। अस्पताल में हर दिन शहर व ग्रामीण क्षेत्र से बड़ी संख्या में वायरल फीवर से पीडि़त मरीज पहुंच रहे हैं, जिनकी जांच की जा रही है।
यह है डेंगू के लक्षण
तेज बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, आंखों के पीछे दर्द, थकान, मतली और उल्टी, त्वचा पर लाल चकत्ते हो सकते हैं। वहीं कुछ मामलों में, डेंगू अधिक गंभीर रूप ले सकता है, जिसे डेंगू रक्तस्रावी बुखार या डेंगू शॉक सिंड्रोम कहा जाता है।
डेंगू से बचाव
मच्छरों के काटने से बचें।
अपने आसपास पानी जमा न होने दें, क्योंकि यह मच्छरों के प्रजनन के लिए एक आदर्श स्थान है।
मच्छरदानी का उपयोग करें, खासकर रात में।
मच्छर भगाने वाली क्रीम या स्प्रे का उपयोग करें।