सिवनी। प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान द्वारा महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए प्रतिमाह 1000 रुपये लाडली लक्ष्मी बहना योजना के तहत देने की घोषणा की गई है। योजना की प्रक्रिया लगभग 1 माह से अधिक समय से चल रही है। महिलाओं द्वारा योजना में लग रहे समस्त दस्तावेजों को जमा करने में 8 से 10 दिन लग गए। अपना कामकाज छोड़ महिलाएं योजना से जुड़े दस्तावेज आधार कार्ड अपडेट से लेकर केवाईसी और डीबीटी कराने बैंकों के लगातार चक्कर लगाती रही। इसके बावजूद भी सिवनी शहर के 24 वार्डों में अनेक महिलाओं को दस्तावेज जमा कराने के बाद डीबीटी ना होने से खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
डीबीटी कराने पहुंच रही महिलाओं को आधार कार्ड और बैंक पासबुक की फोटो कॉपी जमा कराने कहा जा रहा है। महिलाएं भीड़ में खड़ा होकर दस्तावेज जमा कराकर दोबारा डीबीटी की जांच कराने पहुंचती है तो फिर से उन्हें दस्तावेज जमा करने कहा जा रहा है। बैंक कर्मचारियों की लापरवाही से सैकड़ों महिलाओं की डीबीटी नहीं हो पाई है जिससे ये महिलाएं लाडली लक्ष्मी बहना योजना से वंचित हो सकती हैं। बार-बार दस्तावेज जमा करने के बावजूद डीबीटी ना होने से महिलाओं में मायूसी देखी जा रही है। हालांकि लाडली बहना योजना में जिन पात्र महिलाओं की डीबीटी नहीं हो पाई है इसके लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए गए हैं कि वे बैंकों में स्वयं जाकर पात्र हितग्राहियों की डीबीटी कराएं।
योजना का लाभ दिलाने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताएं भी मुस्तैदी से अपने काम पर जुटी हुई है। घर घर जाकर जिन महिलाओं के खातो में डीबीटी सर्विस उपलब्ध नहीं है उन महिलाओं से फिर से आधार कार्ड और बैंक पासबुक की फोटो कॉपी लेकर बैंकों में जमा किया जा रहा है। महिलाएं अपने खातों में डीडीटी सर्विस प्रारंभ हो जाने का बेसब्री से इंतजार कर रही हैं।
क्या है डीबीटी – डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर केंद्र सरकार द्वारा 1 जनवरी 2013 से शुरू किया गया था। जिसका उद्देश्य सरकार की योजनाओं से मिलने वाला लाभ डायरेक्ट हितग्राही के बैंक खाते में ट्रांसफर किया जाना है।