धर्म सिवनी

पर्यावरण संरक्षण की शपथ व पौधारोपण पालन पोषण का लिया संकल्प

सिवनी। ब्रह्माकुमारी विश्वविद्यालय बंडोल इकाई के द्वारा नगर के वरिष्ठ लोगों ने ली पर्यावरण संरक्षण की शपथ और पौधारोपण पालन पोषण का संकल्प और पर्यावरण संरक्षण की जिम्मेदारी शिक्षा से सफलता का दर्शन विकास परिषद के विचार – भविष्य में इस धारा में मानव जीवन को सुरक्षित रखना चाहते हो और भविष्य मैं ग्लोबल वार्मिंग से बचने चाहते हो तो इसका मात्र एक ही उपाय वह है पर्यावरण की रक्षा और अधिक मात्रा में पौधारोपण करके पालन पोषण करना लगाए गए पौधे को अपने बच्चों को जैसे प्रेम करना उनकी देखभाल करना और उन्हें सुरक्षित रखना यह भी हमारा कर्तव्य है भविष्य में मानव जीवन को सुरक्षित करने के लिए पंच तत्व की सुरक्षा करना बहुत जरूरी है इनमें से एक भी तत्व अगर हानि होती है तो इस पृथ्वी में हमारा भविष्य संभव नहीं है और ना ही हमारे आने वाली पीढ़ी का भविस्य भी सुरक्षित नहीं है अगर आने वाले भविष्य में मानव का जीवन सुरक्षित इस भूमि में रखना चाहते हैं।
तो पर्यावरण का संरक्षण बहुत ही जरूरी है जितना हो सके पर्यावरण संरक्षण में आगे आकर और अपनी जिम्मेदारी निभाएं अन्यथा पिछले कुछ दिनों में कोरोना काल से सभी अवगत हैं भविष्य में ऐसा संकट ना आए इसलिए अभी से हमें पर्यावरण पर और इसके संरक्षण पर बिना किसी के कहने पर स्वयं जिम्मेदार लेना होगा अन्यथा आने वाला भविष्य और आने वाली पीढ़ी इसका हर्जाना भुगतने वाली है यह कटु सत्य है हमें पर्यावरण संरक्षण की आदत डालनी होगी जिस तरह से हम बिना पानी और बिना सांस के जीवित नहीं रह सकते उसी तरह से एक क्रिया की और आदत डालनी होगी और वह क्रिया होगी पर्यावरण संरक्षण की अगर यही आदत और यही संकल्प सभी देशवासियों ने ले लिया तो आने वाले ग्लोबल वार्मिंग के खतरे से हम निपट सकते हैं हमारी पृथ्वी में अभी कई करोड़ पौधारोपण और पालन पोषण की आवश्यकता है और जब तक हर मनुष्य अपने जीवन में पौधारोपण कर पालन पोषण का संकल्प नहीं लेगा तब तक यह लक्ष्य पूरा नहीं हो पाएगा इसलिए सभी को यह पर्यावरण संरक्षण के लिए संकल्प लेना होगा चाहे वह किसान हो मजदूर हो व्यापारी हो राजनेता हो कर्मचारी को विद्यार्थी हो चाहे वह किसी भी धर्म का प्रचारक हो सभी को और पृथ्वी को सुरक्षित रखने ग्लोबल वार्मिंग के खतरे से निपटने का एक मात्र एक ही उपाय है पर्यावरण का संरक्षण और अत्यधिक मात्रा में वृक्षारोपण करके पालन पोषण का संकल्प लेना और दूसरों को संकल्पित करना यह कार्य हमे आदत में डालनी होगी
जैसे

1.शुभ कार्य शुभ अवसर पर एक पौधा रोपण करके पालन पोषण

  1. विद्यार्थी अपने जीवन काल में एक पौधा रोपण करके पालन पोषण का संकल्प अवश्य ले
  2. किसान अपने खेतों में कम से कम 20 फलदार छायादार वृक्षों का बगीचा बनाने के लिए संकल्प
  3. अपने घर के सदस्यों की पूर्ण तिथि पर हमेशा के लिए यादगार बनाने के लिए एक पौधारोपण करके पालन पोषण करने वाली प्रक्रिया को जन जन तक पहुंचाने का प्रयास
  4. जंगलों में हर 100 वृक्षों के बीच में पीपल बरगद और फलदार लगाने की जन जन तक चलाने का प्रयास करें
  5. प्रत्येक ग्राम पंचायत एवं विद्यालय पंचायत और विद्यालय स्तर पर विद्यालय के विद्यार्थियों एवं मनरेगा मजदूरों को पौधा उपलब्ध करा कर पौधारोपण का प्रोजेक्ट बनाने में मदद करें एवं मनरेगा मजदूरों को नदी तालाब के किनारे पौधारोपण के लिए जमीन मुहैया कराकर उनके पालन पोषण पर उनको उचित मजदूरी प्रदान करें शिक्षा से सफलता का दर्शन विकास परिषद पर्यावरण संरक्षण स्वच्छता संगठन विचारधारक -मनोज कुमार रजक
    न्यूज़ विज्ञप्ति:- शिक्षा से सफलता के दर्शन की विचारधारा से जन्मदिन के उपलक्ष में लगाया गया पीपल का पौधा और लिया गया पालन पोषण का संकल्प जननी जन्मभूमि स्वर्गादपि गरीयसी परमात्मा से सच्ची लगन लगाना है और परमात्मा की यानी भगवान की सच्ची भक्ति करना है तो प्रकृति को गले लगा कर इसकी रक्षा के लिए दृढ़ संकल्प लेना ही भगवान की भक्ति है भगवान यानी कि भूमि गगन वायु अग्नि और नीर यह पांच तत्व ही हमारे साक्षात भगवान है यह निराकार है इनका कोई आकार नहीं है चाहे मानव धर्म ने अपने आप को अलग-अलग जाति धर्म में विभक्त कर लिया हो लेकिन भगवान एक ऐसा धर्म है जो हर किसी को इसकी रक्षा करना होगा इसकी सुरक्षा करना होगा अन्यथा मानव जीवन संभव नहीं है
    चाहे हिंदू हो चाहे मुस्लिम हो चाहे सिख कहो चाहे हो इसाई
    भगवान को विभिन्न रूपों में मानते हैं लेकिन किसी गुरु ने कहा है सबका मालिक एक और वह मालिक परमपिता परमात्मा सिर्फ एक ही है भगवान ईश्वर अल्लाह यीशु यह एक ही नाम है और इन नामों पर छिपा है भगवान का अदृश्य रूप जो हम साक्षात प्रतिदिन भगवान के दर्शन करते हैं यानी भूमि गगन वायु अग्नि और नीर यही साक्षात भगवान है
    और इन्हीं की रक्षा करने के लिए सुरक्षित रखने के लिए पृथ्वी का हर एक प्राणी को आगे आना होगा दिन प्रतिदिन इसी की पूजा करनी होगी यानी की सुरक्षा और स्वच्छ रखना होगा तब जाकर हम इस भगवान के धर्म को सुरक्षित रख पाएंगे भगवान धर्म अगर सुरक्षित रहेगा इस पृथ्वी पर मानव रूपी स्त्री पुरुष की जाति और जीव-जंतुओं भी जीवित रहेंगे यानी कि इस धरा पर जीवन संभव रहेगा इनमें से कोई भी एक भगवान का अंक को हानि पहुंचती है तो तबाही मच ना निश्चित है इसलिए सभी मानव जाति इस भगवान रूपी धर्म की सुरक्षा के लिए आगे आना होगा संकल्प करना होगा कि मुझे इस धर्म को सुरक्षित रखना है और दूसरों को भी सुरक्षित रखने के लिए संकल्पित करना है तभी मेरा मानव जीवन सफल हो पाएगा इसी उपलक्ष में शिक्षा से सफलता का दर्शन विकास परिषद पर्यावरण संरक्षण स्वच्छता संगठन ने संकल्प लिया है कि वह इस भगवान रूपी धर्म सुरक्षित और स्वच्छ रखने का निरंतर प्रयास करते रहेंगे और इस भगवान रुपी धर्म को निरंतर सुरक्षित रखने के लिए इसी प्रयास को आगे बढ़ाते हुए निरंतर जन जन तक पहुंचाते हुए लाखों लोग शिक्षा से सफलता का दर्शन विकास परिषद की विचारधारा को अपना रहे हैं और अपने जीवन पर अमल कर रहे हैं विचारधारा से प्रेरित होकर उगली सरजडोल निवासी शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल मोहबर्रा पदस्थ श्री लखन लाल इनवाती जी एवं श्रीमती इनवाती जी ने विचारधारा से प्रेरित होकर आज श्रीमती सरला इनवाती शिक्षिका जी के जन्मदिन के उपलक्ष पर अपने गृह निवास ग्राम में तलाब किनारे पीपल का पौधा रोपण करके पालन पोषण का संकल्प लिया और शिक्षा से सफलता का दर्शन विकास परिषद को अवगत कराया कि वह निरंतर विचारधारा को अपने जीवन पर अमल करेंगे और दूसरों को भी इस कार्य के लिए प्रेरित करेंगे और कहां की प्रकृति के प्रति यही मेरी सच्ची भक्ति होगी प्रकृति की रक्षा करना और इस की सेवा करना ही भगवान की भक्ति है शिक्षा से सफलता का दर्शन विकास परिषद आदरणीय इनवाती परिवार का भाई दिल से आभार व्यक्त करता है एवं देश के समस्त विद्यालय के शिक्षकों को एवं प्राचार्य महोदय से विनम्र अपील करते हैं कि आपके विद्यालय में जो पर्यावरण का राशि सरकार के माध्यम से उपलब्ध होती है उस राशि का उपयोग सभी विद्यालय जून-जुलाई के प्रथम माह में आपके विद्यालय में जितने भी विद्यार्थी हैं सरकारी सरकारी नर्सरी से उचित दामों में विभिन्न प्रकार के फलदार छायादार पौधा विद्यार्थियों को उपलब्ध करा कर पौधारोपण का प्रोजेक्ट बनवाने का कार्य जरूर करवाएं और उस प्रोजेक्ट के बदले उन्हें कम से कम 5 से 10 अंक वार्षिक परिणामों में शामिल करें जिससे प्रत्येक विद्यार्थी अपनी लगन और ईमानदारी से इस पौधारोपण रूपी प्रोजेक्ट का पालन पोषण ईमानदारी से करेगा इस तरह से हम पर्यावरण संरक्षण में हर साल बहुत बड़े स्तर पर उत्कृष्ट कार्य कर सकते हैं शिक्षा के सफलता का दर्शन विकास परिषद पिछले 5 सालों से भारत सरकार और प्रदेश सरकार से निरंतर हर शुभ कार्य पर पौधारोपण करने के लिए निवेदन कर रही है प्रदेश सरकार को भी निरंतर इस कार्य के लिए विचारधारा ने प्रेरित कराया कई बार ट्विटर और सोशल मीडिया के माध्यम से सरकार तक अपनी बात रखी विचारधारा इस न्यूज़ पत्रिका के माध्यम से एक बार सरकार से मिलकर संरक्षण के लिए सहयोग की आशा करती हैं!:- दीपक कुमार सतनामी तिघरा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *