सिवनी। नई शिक्षा नीति अनुसार चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम के प्रमुख बिन्दु इस प्रकार से हैं।
● यह च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम है, जो विद्यार्थी केंद्रित, लचीला तथा बहुविषयक दृष्टिकोण पर आधारित है।
● कालेज में स्नातक स्तर में अब चार वर्षीय पाठ्यक्रम होंगे- प्रथम वर्ष पूर्ण होने पर सर्टिफिकेट, द्वितीय वर्ष पूर्ण होने पर डिप्लोमा, तृतीय वर्ष पूर्ण होने पर डिग्री तथा चतुर्थ वर्ष पूर्ण होने पर ऑनर्स डिग्री मिलेगी।
● छात्र किसी भी वर्ष का पाठ्यक्रम पूर्ण करने पर संबंधित सर्टिफिकेट/डिप्लोमा/डिग्री के हकदार होंगे तथा शेष भाग भविष्य में सुविधानुसारआगे की पढ़ाई अनेक चरणों में पूर्ण कर सकते हैं।
● विद्यार्थी स्नातक स्तर में विषयों का चयन विवेकपूर्ण तरीके से करें वे अपने संकाय से एक मुख्य विषय (Major) तथा एक गौण विषय (Minor) ले सकेंगे,ध्यान देने योग्य बात ये है कि विद्यार्थी ऑनर्स डिग्री मात्र मुख्य विषय (Major) से या गौण विषय (Minor) में (अतिरिक्त कोर्स वर्क पूर्ण कर) प्राप्त कर सकेंगे
●विद्यार्थियों को इनके अतिरिक्त एक वैकल्पिक विषय (Open Elective Course) में अपने संकाय या किसी अन्य संकाय के किसी भी एक विषय को लेने में स्वतंत्र होंगे। इनके अतिरिक्त महाविद्यालय में उपलब्धता के अनुसार एक व्यावसायिक पाठ्यक्रम, एक आधार पाठ्यक्रम तथा एक Internship/ Field Project /Apprenticeship का चयन करेंगे, ये कोर्स वर्क अन्य शासकीय/ अशासकीय महाविद्यालय या मान्यता प्राप्त संस्था से पूर्ण कर सकते हैं।
— — — — — — — — — — — — — — — — — — — — — ताजासमाचार पढ़ने के लिए न्यूज के नीचे जाए और दिए गए वाट्सएफ जवाइन निर्देश बॉक्स में दो बार क्लिक कर ग्रुप में ज्वाइन हो सकते हैं, या 94 2462 9494 सेव कर ज्वाइन की लिंक मांग सकते हैं। संतोष दुबे, सिवनी।

