सोलर एनर्जी के अधिक उपयोग से पर्यावरण में होगा सुधार

सिवनी। शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय सिवनी में शनिवार को प्रोफेसर आईआईटी मुंबई फाउंडेशन एनर्जी स्वराज फाउंडेशन एवं ब्रांड एंबेसडर एनर्जी स्वराज यात्रा मध्यप्रदेश शासन के चेतन सिंह सोलंकी ने सोलर एनर्जी का अधिक से अधिक उपयोग करने की सलाह दी।

उत्कृष्ट विद्यालय में छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए श्री सोलंकी ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग हो रही है, इससे सभी को नुकसान है।

इलेक्ट्रिक सिटी का उपयोग कम होना चाहिए। छात्र-छात्राएं अपने माता-पिता से अपने घरों में सोलर यूनिट लगाने के लिए कहें। इससे पर्यावरण में भी काफी सुधार होगा। डॉ. चेतन सोलंकी के प्रवास के दौरान शासन द्वारा निर्धारित कोविड-19 की रोकथाम की गाइडलाइन का पालन करते हुए इससे संबंधित विभिन्न कार्यक्रम किए गए। मौजूदा समय में जो एक किलोवाट के प्लांट में चार यूनिट प्रतिदिन के हिसाब से बिजली का उत्पादन होता है इसे किस तरह से बढ़ाया जा सकता है इसकी जानकारी डॉ सोलंकी ने दी। इस दौरान सोलर प्लांट लगाने की उत्तम तकनीक भी बताई जिससे बिजली का उत्पादन बढ़ाया जा सके। स्कूल के विद्यार्थियों को बिजली संरक्षण के फायदे तथा उपाए के बारे में जानकारी दी। नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा के प्रचार-प्रसार, जनजागरूकता तथा आमजनों में इसके उपयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से संचालित किए जा रहे एनर्जी स्वराज यात्रा का दल शनिवार 19 दिसम्बर को सिवनी पहुंचा। जिसमें दल के प्रभारी प्रोफेसर चेतन सिंह सोलंकी द्वारा कलेक्टर डॉ राहुल हरिदास फटिंग की अध्यक्षता में आयोजित हुई संबंधित अधिकारियों की बैठक में इस यात्रा की मंशा तथा नवनीकृत ऊर्जा के स्त्रोतों के उपयोग के प्रति आमजनों को जागरूक करने की शासन मंशा के संदर्भ विस्तृत जानकारी देकर आपेक्षित सहयोग की अपील की। प्रो. श्री सोलंकी ने बताया कि आज सम्पूर्ण विश्व कार्बन स्त्रोंतों के उपयोग के कारण ग्लोबल वॉर्मिंग जैसी समस्या से जूझ रहा है। जो पृथ्वी में जीवन के अस्तिव पर खतरा पैदा कर रहा है। जिले नियंत्रित करना अति आवश्यक है। उन्होंने बताया कि आमजनों सोलर ऊर्जा के उपयोग के प्रति जागरूक करने हेतु शासकीय योजना पर्याप्त नहीं है। इसमें आमजन समुदाय का अभियान से सीधा जुड़ाव ही सफलता का पर्याय है। उन्होंने कहा कि ऊर्जा के नवीन एवं नवकरणीय के प्रति जनजागरूकता के लिए ”लोकल फॉर वोकल” अर्थात ग्राम स्वराज मॉडल का लागू करना आवश्यक है। स्थानीयस्तर पर निर्मित सोलर उपकरणों का स्थानीय बाजार में ही इनका विक्रय किया जाए ताकि इन उपकरणों से अधिक से अधिक लोग जुड़ सके तथा इनकी मरम्मत आदि भी स्थानीयस्तर पर की जा सके। जिससे अधिक से अधिक लोगों को रोजगार के साथ ही लोगों को सुविधाएं उपलब्ध हो सकेगी। प्रो.सोलंकी ने उपस्थित जिला शिक्षा अधिकारी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, जिला खेल अधिकारी सहित अन्य अधिकारियों को उनके शासकीय विभागों में सोलर ऊर्जा के उपयोगी की अपील की। कलेक्टर डॉ फटिंग द्वारा भी अधिकारियों को सोलर ऊर्जा उपकरणों के अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार के निर्देश दिए। साथ ही स्वसहायता समूह की महिलाओं को इन उपकरणों के निर्माण, मरम्मत आदि की ट्रेनिंग देने के साथ ही उनके उत्पादों को स्थानीय बाजार में विक्रय की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत एवं जिला प्रबंधक आजीविका मिशन को दिए। इस मौके पर जिला शिक्षा अधिकारी जीएस बघेल, उत्कृष्ट विद्यालय के प्राचार्य आरपी बोरकर, विपनेश जैन व अन्य स्कूल के प्राचार्य शिक्षक मौजूद थे।

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