सिवनी। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ केसी मेश्राम ने जानकारी देते हुए बताया कि विगत दिवस प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार लखनादौन में दो नए कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तक जिले में कुल 68298 संदिग्ध व्यक्तियों के नमूने जांच के लिए गए हैं। जिनमें से 1597 कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं, जिनमें 1580 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। वर्तमान में कोरोना के 7 एक्टिव केस हैं। जिनमें से 6 होम कोरोनटाइन हैं। जिनकी मॉनिटरिंग कोविड कमांड एवं कंट्रोल सेंटर से की जा रही है।
मध्यप्रदेश सरकार भी सचेत – पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में एक बार कोरोना संक्रामक तेजी से फेल रहा है जिससे महाराष्ट्र सरकार के माथे पर चिंता की लकीरें गहरा रही है। स्वयं मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने जनता से अपील की है कि सभी प्रदेशवासी मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करें, दो गज की दूरी बनाएं और जरूरी काम होने पर ही घर से निकले अगर आप इन नियमो का पालन नहीं करेंगे तो निश्चित ही पुनः लॉक डाउन करना होगा । यही नहीं महाराष्ट्र के कुछ जिले में रात्रि में कर्फ्यू भी घोषित कर दिया गया है।
पड़ोसी राज्य में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए मध्यप्रदेश सरकार भी सचेत हो गई है और गृह विभाग ने पत्र जारी करते हुए महाराष्ट्र राज्य की समवर्ती जिले पर जांच और सतर्कता बरतने के निर्देश दिए है।
गध्यप्रदेश शासन गृह विभाग , मंत्रालय के पत्र कमांक एफ 35-09 / 2020 / दो / सी -2 , गोपाल से आज दिनांक 22 फरवरी , 2021 जारी करते हुए जिला आवश्यक निर्देश जारी किए है।
इंदौर, भोपाल, होशंगाबाद, बैतूल, सिवनी, छिंदवाडा , बालाघाट, बडवानी, खंडवा, खरगौन, चुरहानपुर एवं अलीराजपुर में कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव हेतु आवश्यक दिशा – निर्देश जारी किया है। महाराष्ट्र राज्य की सीमा से लगे सभी जिलों में जिला काईसेस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक दिनांक 23 फरवरी 2021 तक आवश्यक रूप से आयोजित की जाने की आदेशित किया है। यही नही बैठक में कोविङ -19 की रोकथाम के विषय में चर्चा कर आवश्यक निर्णय लिये जाएंगे ।
आगामी माह में शिवरात्रि के मद्देनजर इन जिलों में आयोजित होने वाले मेले, जिनमें महाराष्ट्र राज्य से अधिक संख्या में श्रद्वालु आते है, यहां मेला का आयोजन होना चाहिए अथवा नहीं होना चाहिए, इस पर विचार अवश्य किया जाएगा। यदि मेला आयोजन होना है तो आयोजन के स्वरूप तथा बंधनकारी शर्तों का स्पष्ट प्रस्ताव का प्रारूप तैयार किया जाएगा। जिला काईसेस मैनेजमेंट कमेटी के निर्णयों से गृह विभाग को दिनांक 24 फरवरी 2021 को प्रातः 10.30 बजे तक अवगत कराया जाना है ।
महाराष्ट्र राज्य की सीमा पर महाराष्ट्र से आने वाले समस्त आमजनों का राज्य की सीमा पर , जहाँ आवश्यक हो , तापमान ( Temperature ) चैक किये जाने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए है । मास्क नहीं पहनने वालों तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने वालों पर प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए है।
रहे सतर्क, सेनेटाइजर, शारीरिक दूरी व मास्क का करें उपयोग – भारत में कोरोना का नया स्ट्रेन और भी घातक है। भारत में कोविड19 से स्वस्थ होने की दर 95.99 फीसदी हो गई है, तो वहीं कोरोना के नए स्ट्रेन ने एक नई चिंता पैदा कर दी है। भारत में कोरोना का नया स्ट्रेन ज्यादा संक्रामक हो सकता है। एम्स प्रमुख डॉ. रणदीप गुलेरिया ने ये आशंका जताई है। डॉ. गुलेरिया ने कहा कि भारत में कोरोना वायरस के प्रति हर्ड इम्युनिटी बनना एक मिथक है, क्योंकि इसके लिए 80 फीसदी आबादी में कोरोना वायरस के प्रति एंटीबॉडी बनना चाहिए, जो हर्ड इम्युनिटी के तहत पूरी आबादी की सुरक्षा के लिए जरूरी है।
पुराने कोरोना से अधिक संक्रामक
2019 के अंत में चीनी शहर वुहान से दुनियाभर में फैले कोरोना वायरस के लक्षण नए मिले कोरोना स्ट्रेन से अलग थे। शुरुआती दौर में कोरोना के जो लक्षण थे उनमें बुखार आना, लगातार खांसी होना और स्वाद के साथ-साथ गंध खोने की शिकायत शामिल थे। लेकिन कोरोना के नए स्ट्रेन के लक्षण इससे अलग हैं। शोधकर्ताओं का मानना है कि नए स्ट्रेन की उत्पत्ति कोरोना में उत्परिवर्तन (म्यूटेशन) की वजह से हुई है।कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन में मिले सात अहम लक्षण
नए स्ट्रेन के लक्षण भी पुराने कोरोना वायरस से कुछ अलग पाए गए हैं। ब्रिटेन की राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) ने नए स्ट्रेन के सात अहम लक्षणों के बारे में बताया है।
क्या हैं लक्षण
शरीर में दर्द एवं पीड़ा, गले में खराश, आंख आना, सिरदर्द, डायरिया, त्वचा पर रैशेज पड़ना, पैर की उंगलियों का रंग बिगड़ना कोरोना के नए स्ट्रेन के मुख्य लक्षण हैं। कुछ अन्य शोधकर्ताओं ने भी इसकी पुष्टि की है। शोधकर्ताओं ने विस्तृत आंकड़ों का भी अध्ययन किया है। इसमें उन्होंने पाया कि कोरोना की प्रकृति में पहला बदलाव सितंबर में ब्रिटेन के केंट में दर्ज किया गया था। कोरोना वायरस का दूसरा पैटर्न दक्षिण अफ्रीका में मिला था। इसके बाद दुनिया के कई देशों में कोरोना का यह स्ट्रेन मिल चुका है।
अनुवांशिक कोड में भी बदलाव – वायरस की प्रकृति में चार नए बदलाव देखे गए हैं। इसके साथ ही शोधकर्ताओं ने आनुवंशिक कोड में छह बदलावों की भी खोज की है। इसके 12 में से नौ परिवर्तनों को गंभीर माना जाता है। उन्होंने ने नए स्वरूप के आनुवंशिक कोड में छह बदलावों का उल्लेख किया है। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि आनुवंशिक कोड में परिवर्तन मामूली हैं, लेकिन 12 अन्य जीनों का प्रभाव गंभीर हो सकता है।
वायरस के लक्षणों पर बड़ा अध्ययन- कोरोना वायरस के लक्षणों पर बड़ा अध्ययन हुआ है। इस अध्ययन को कनाडियन मेडिकल एसोसिएशन जर्नल में प्रकाशित किया गया है। इसमें 70 हजार मरीजों के डाटा के आधार पर संक्रमण के लक्षणों को श्रेणीवार बताया गया है। शोधकर्ताओं ने लोगों के डाटा को तीन श्रेणियों में विभाजित किया है। पहला आउट पेशेंट, दूसरा इनपेशेंट और तीसरा आईसीयू में भर्ती मरीज। इन तीनों मरीजों के बीच में अंतर जानने की कोशिश की गई। 70,288 लोगों में से 53.4 फीसदी अस्पताल में भर्ती हुए। 4.7 प्रतिशत लोग आईसीयू में भर्ती हए और शेष 46.6 फीसदी आउट पेशेंट थे।साभार।
— — — — — — — — — — — — — — — — — — — — — ताजासमाचार पढ़ने के लिए न्यूज के नीचे दिए गए वाट्सएफ जवाइन निर्देश बॉक्स में दो बार क्लिक कर ग्रुप में ज्वाइन हो सकते हैं, या 94 2462 9494 सेव कर ज्वाइन की लिंक मांग सकते हैं। संतोष दुबे सिवनी।