सिवनी। पिछले साल की तरह इस साल भी शहर व आसपास के ग्रामीण इलाकों में बार-बार भूकंप जैसे झटके महसूस किए जा रहे हैं। शुक्रवार को सुबह लगभग 11.36 बजे फिर जमीन हिली। छिंदवाड़ा चौक स्थित दंत चिकित्सक डॉक्टर विशाल दुबे ने बताया कि शुक्रवार को सुबह लगभग 11:50 दो बार कंपन महसूस हुआ यह लगभग 5 सेकंड का था क्लीनिक के दरवाजे और कांच खड़खड़ाने लगे थे।
इतना ही नहीं एक सप्ताह पूर्व सिवनी में 21 सितंबर को नेशनल सेंटर फॉर सेस्मोलॉजी वेबसाइट पर 2.1 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया है। इसके बाद भी प्रशासन लापरवाह बना हुआ है। ना तो नागरिकों को कोई जानकारी दी जा रही है और ना ही भूकंप आने पर इससे सावधान रहने व बचाव के लिए एडवाइजरी जारी की गई है। बीते साल भी अक्टूबर-नवंबर माह में भूकंप के तेज झटके से लोग दहल गए थे। अब इस साल भी यही स्थिति बन रही है।
वही मिलन चौक निवासी राकेश साहू किराना व्यवसायी ने बताया कि शुक्रवार को सुबह लगभग 11:45 बजे आए भूकंप का झटका बड़ा जोरदार था खड़खड़ आहट की आवाज से घर के लोग चिंतित हो गए वह सड़क पर निकल आए।
सोमवार की शाम को भी कांपी थी धरती : बीते एक पखवाड़े से शहर के डूंडासिवनी, छिड़िया व आसपास के क्षेत्रों में कई बार तेज आवाज के साथ धरती कांपने की घटनाएं हो चुकी हैं। वही एक दिन पहले सोमवार की शाम तेज आवाज के साथ धरती कांपी थी। इसके कारण एक बार फिर लोग दहशत में आ गए। लोगों का कहना है कि जिला प्रशासन बार-बार तेज आवाज के साथ कांप धरती को लेकर सजग नहीं नजर आ रहा है। ना तो नागरिकों को कोई जानकारी दी जा रही है और ना ही संपर्क किया जा रहा है।
भू विज्ञानी ने किया निरीक्षण : शहर व आसपास के इलाकों में बार-बार भूकंप जैसे झटके आने पर बीते शुक्रवार को भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र जबलपुर के भू विज्ञानियों ने शहर के कुछ क्षेत्रों में पहुंचकर निरीक्षण किया है। जानकारी के मुताबिक विज्ञानियों ने शहर से लगे डूंडासिवनी, छिड़िया, आमाझिरिया के साथ चुना भट्टी क्षेत्र का निरीक्षण किया है। निरीक्षण के बाद भू विज्ञानी रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं। यह रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारियों के साथ जिला प्रशासन को सौंपी जाएगी।
इंटरनेट मीडिया में वायरल हो रहा मैसेज : इंटरनेट मीडिया में डूंडासिवनी थाना क्षेत्र में भूकंप जैसे झटके महसूस किए जाने के मैसेज पिछले कुछ दिनों से वायरल हो रहे हैं। इधर पिछले साल की तरह भूकंप के झटके बार-बार आने से क्षेत्र के लोगों की नींद उड़ गई है। पिछले साल लगातार अक्टूबर-नवंबर माह में भूकंप के झटके महसूस किए जाने से डूंडासिवनी व छिड़िया पलारी सहित आसपास के गांवों के लोगों ने घरों से बाहर कड़कड़ाती ठंड में रातें बिताई थी। वहीं लोगों के घरों में गहरी दरारें आ गई थी। वहीं पक्के मकान भी कमजोर हुए थे।
पिछले साल पांच बार दर्ज हुआ था भूकंप : पिछले साल अक्टूबर-नवंबर माह में वैसे तो आधा सैकड़ा से अधिक बार क्षेत्र के लोगों ने भूकंप जैसे झटके महसूस किए थे, लेकिन रिक्टर स्केल में 5 बार भूकंप के झटके दर्ज हुए थे। पिछले साल 27 अक्टूबर को रिक्टर स्केल पर सिवनी में पहला भूकंप 3.3 तीव्रता दर्ज किया गया था। इसके बाद 31 अक्टूबर को दिन में दो बार 3.1 व 3.5 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था। 9 नवंबर को सिवनी में रिक्टर पर 3.4 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था। 22 नवंबर को 1.45 बजे रिक्टर स्केल पर सबसे तेज 4.7 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया। भूकंप का केंद्र सतह से 10 किलोमीटर की गहराई में बताया गया था। भू-विज्ञानियों ने जांच के बाद भूकंप को 20 से 25 साल में जमीन के अंदर जमा होने वाली ऊर्जा (एनर्जी) बाहर निकलना बताया था। भू-विज्ञानियों ने जांच के दौरान कहा था कि हो सकता है इस क्षेत्र से कमजोर बेल्ट गुजर रहा हो इसलिए इस क्षेत्र में बार-बार भूगर्भीय हलचल हो रही है।
इस मामले में शाबिर पठान, भू-विज्ञानी, जबलपुर ने बताया कि हमने सिवनी शहर से लगे डूंडासिवनी, छिड़िया, आमाझिरिया के साथ चुना भट्टी आदि क्षेत्रों का निरीक्षण किया है। पिछले साल की अपेक्षा इस साल ट्रेमर बहुत कम है। इससे घबराने की जरूरत नहीं है। निरीक्षण के बाद की गई जांच की रिपोर्ट तैयार की जा रही है। यह जांच रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारियों व जिला प्रशासन को सौंपी जाएगी।
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